Hamirpur News: हमीरपुर पुलिस ने एक ऐसे शातिर मर्डर के आरोपी को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है जो न केवल पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर पिछले 14 सालों से छिपता फिर रहा था. बल्कि खुद पर बने सभी केस से बड़े ही शातिर ढंग से छुटकारा पाने का भी काम करने में लगा हुआ था, लेकिन आखिरकार कानून के शिकंजे ने उसे दबोच लिया है. 


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वर्ष 2011 में मर्डर के मामले में मनदीप कुमार जो की जिला हमीरपुर के भोरंज का रहने वाला है. उसे पुलिस ने पकड़ा था. कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई थी, जिसके बाद वर्ष 2013 में उसे पैरोल मिली और वह घर आया लेकिन इसके बाद वह दोबारा वापस नहीं गया और वहां से फरार हो गया. जिस वक्त वो पैरोल पर घर आया था तो आते ही उसने यहां एक चोरी की घटना को अंजाम दिया, जिसके बाद उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन बाद में वह पुलिस को चकमा देकर भाग गया और उसने एक ऐसा षड्यंत्र रचा जिसके जरिए वह खुद को कानून से दूर रखना चाहता था.


उसने मंडी जिले के वोट इलाके में अपनी बाइक पर एक सुसाइड नोट लिखकर छोड़ा कि वह आत्महत्या कर रहा है लेकिन वह फर्जी सुसाइड नोट छोडकर चंडीगढ़ भाग गया और कुछ सालों तक वहां सुनील कुमार के नाम से एक नया आधार कार्ड बना कर रहने लगा, लेकिन पुलिस उसे पकड़ने के लिए पिछले कई सालों से लगी हुई थी और आखिरकार 5 जनवरी को उसे पियो सेल की टीम ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है. एसपी भगत सिंह ने बताया कि आरोपी को पुलिस रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जा रही है. 


पुलिस अधीक्षक भगत सिंह ठाकुर ने बताया कि अभियुक्त मनदीप सिंह को कोर्ट द्वारा 2012 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और 31.12.2013 को आरोपी मनदीप सिंह को जिला से पैरोल पर भेजा गया था, जिसके बाद से वापस नहीं लौटा. इसके बाद, उनकी पैरोल अवधि के दौरान एक मामला में 2014 में मनदीप सिंह के विरुद्ध थाना भोरंज में पंजीकृत किया गया. वहीं, अभियुक्त मनदीप सिंह को 05.01.2025 को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया है, जिसे कोर्ट द्वारा वर्ष 2022 में पीओ घोषित किया गया था. 


रिपोर्ट- अरविंदर सिंह, हमीरपुर