Bilaspur Monsoon: हिमाचल प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही पहाड़ी इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो गया है. गौरतलब है कि प्रदेश में मानसून के पहुंचने की सामान्य तिथि 22 जून थी, लेकिन इस बार मानसून सामान्य की अपेक्षा पांच दिन व बीते साल से तीन दिन देरी से पहुंचा है. 


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मानसून के दौरान भारी बारिश के चलते प्राकृतिक आपदा की स्थित से निपटने के लिए लोक निर्माण विभाग ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. बात करें बिलासपुर जिला की तो बीते वर्ष मानसून के दौरान आई प्राकृतिक से जिले की सभी 563 सड़कें प्रभावित हुई थी, जिसके चलते किरतपुर से नेरचौक फोरलेन मार्ग सहित कई सड़कें बंद हो गई थी और लोक निर्माण विभाग व एनएचएआई द्वारा जेसीवी व मशीनरी लगाकर सड़कों को बहाल करने का काम किया गया था. 


वहीं इस बार मानसून की दस्तक के साथ भारी बारिश का दौर शुरू होने की संभावनाओं के बीच भूस्खलन के दौरान पहाड़ी का मलबा सड़कों पर गिरने व सड़कों के बंद होने की स्थिति से निपटने के लिए लोक निर्माण विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. 


इस बात की जानकारी देते हुए लोक निर्माण विभाग बिलासपुर में अधीक्षण अभियंता जीत सिंह ठाकुर ने बताया कि बीते वर्ष भी 09 जुलाई से लेकर 20 जुलाई को हुई भारी बारिश के चलते जिले की कईं सड़कें प्रभावित हुई थी, लेकिन पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने मिलकर दिन रात काम कर सड़कों को बहाल करने का काम किया था और इस बार भी मानसून को लेकर दो बैठकें की गई हैं, जिसमें भूस्खलन के चलते सड़कों के बंद होने की सूचना मिलते ही विभाग की टीमें मौके पर पहुंचकर सड़कों को तुरंत बहाल करने का काम करेगी. 


इसके लिए विभाग के पास अपनी मशीनरी तो है ही साथ ही प्राइवेट मशीनरी हायर करने की आवश्यता होगी. तो समय रहते वह भी की जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि बीते वर्ष मानसून के दौरान हुए भूस्खलन के चलते जिला के चारों उपमंडलों की 563 सड़कें प्रभावित हुई थी और लोक निर्माण विभाग को करीब 86 करोड़ का नुकसान हुआ था, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि बीते वर्ष के मुताबिक इस बार हालत कुछ सामान्य रहेंगे और बारिश के दौरान होने वाले नुकसान में कमी देखने को मिलेगी. फिर भी लोक निर्माण विभाग ने भूस्खलन जैसी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारियां कर ली हैं.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर