विपन कुमार/धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डा. मलकीत सिंह को खेल एवं युवा सेवाएं मंत्रालय की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने श्रेष्ठ अवार्ड पुरस्कार से सम्मानित किया. खास बात यह है कि तीन दशक का खेल एवं युवा सेवाएं मंत्रालय का यह पुरस्कार इस बार भी प्रदेश के खाते में गया. प्रदेश को मिला यह दूसरा अवार्ड है, वहीं कांगड़ा के लिए यह पुरस्कार पाने का पहला मौका है.


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मलकीत सिंह को डेढ़ लाख रुपये की नकद राशि से किया गया सम्मानित 
बता दें, मलकीत सिंह धर्मशाला के सिद्धवाड़ी के रहने वाले हैं. वर्तमान में वे केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में एनएसएस के को-ऑर्डिनेटर और कांगड़ा एनएसएस के नोडल ऑफिसर हैं. पुरस्कार के रूप में मलकीत सिंह को डेढ़ लाख रुपये की नकद राशि, स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र दिया गया है. इसके अलावा राष्ट्रपति भवन में धर्मशाला कॉलेज की एनएसएस यूनिट को दिल्ली में दो लाख रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिसे धर्मशाला कॉलेज के प्रिंसीपल संजीवन कटोच व डाक्टर मलकीत सिंह ने लिया.


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इससे पहले ललित डोगरा को भी किया गया था सम्मानित  
धर्मशाला कॉलेज पहुंचने पर प्रिंसिपल व प्रोग्राम ऑफिसर मलकीत सिंह के भव्य स्वागत के लिए सम्मान समारोह रखा गया. इस दौरान मलकीत सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय पुरस्कार कॉलेज व उन्हें मिलना गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि इससे पहले वर्ष 2019-20 में राष्ट्रीय पुरस्कार के स्वयंसेवी वर्ग में धर्मशाला कॉलेज के ललित डोगरा को भी सम्मानित किया गया था. सम्मान समारोह में गद्दीयाली लोक नृत्य, हिमाचली नाटी व अन्य प्रस्तुतियां भी की गईं. इस मौके पर शिक्षक, स्टाफ एनएसएस के सभी स्वयं सेवी व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे.