राजेश धर्मानी ने बिलासपुर दौरे पर BJP की तरफ से CPS मामले पर लगातार टिप्पणी को लेकर किया पलटवार
Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने बिलासपुर जिला के घुमारवीं दौरे के दौरान देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य पर दधोल में आयोजित नेशनल इंटीग्रेशन डे कार्यक्रम में बतौर मुख्यतिथि शिरकत की.
Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला के घुमारवीं उपमंडल के तहत ग्राम पंचायत दधोल कार्यालय में देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य पर नेशनल इंटीग्रेशन डे कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने बतौर इस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की.
वहीं, कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर स्थानीय ग्रामीणों ने मंत्री राजेश धर्मानी का फूल मालाओं से स्वागत किया, जिसके बाद राजेश धर्मानी ने स्वर्गीय इंदिरा गांधी की फोटो पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया. तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी उनके प्रतिनिधित्व व कार्य क्षमता को देखते हुए उन्हें दुर्गा का स्वरूप बताया था.
इसके साथ ही इंदिरा गांधी द्वारा लिए गए कड़े निर्णयों के चलते पूरे विश्व में उन्हें आयरन लेडी के नाम से पहचानना सम्मान योग्य बात है. उन्होंने आगे कहा कि देश को सुरक्षित करने के लिए इंदिरा गांधी का अतुलनीय योगदान रहा है, जिसके तहत बॉर्डर सुरक्षा को लेकर निर्णय लेना, बैंकों का राष्ट्रीयकरण करना, देश को न्यूक्लियर पावर बनाना, भूमिहीन लोगों की भूमि दिलाना और पाकिस्तान के टुकड़े कर बांग्लादेश बनाना ऐसे कड़े निर्णय है, जिन्हें आज भी लोग याद करते हैं.
वहीं, प्रदेश की कांग्रेस सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर 11 दिसंबर को बिलासपुर में होने वाले भव्य कार्यक्रम की जानकारी देते हुए राजेश धर्मानी ने कहा कि इस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा गांधी व कांग्रेस प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला को भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा निमंत्रण भेजा जाएगा.
साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यस्तरीय कार्यक्रम के दौरान प्रदेश सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों सहित अगले तीन वर्षों की रूपरेखा भी जनता के समक्ष रखी जाएगी. साथ ही उच्च न्यायालय शिमला द्वारा सीपीएस हटाने के निर्णय के बाद जहां भाजपा नेताओं द्वारा सीपीएस बने छह विधायकों को अपने पद से इस्तीफा दिए जाने की मांग की जा रही है तो वहीं भाजपा नेताओं की मांग पर पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा जो भाजपा नेता इस्तीफे की मांग कर रहे हैं वह खुद भी सीपीएस रह चुके हैं.
राजेश धर्मानी ने कहा कि यह ठीक है कि आने वाले समय में सीपीएस की नियुक्ति नहीं की जानी चाहिए. मगर वर्तमान सरकार में सीपीएस रह चुके विधायकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग भाजपा नेता करते हैं, तो उन्हें यह भी याद रखना होगा कि पूर्व भाजपा सरकारों में सीपीएस रहे विधायकों पर भी कार्यवाही की गाज गिर सकती है और वह भी इस कार्यवाही के दायरे में आएंगे.
गौरलतब है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की जयंती को लेकर दधोल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीडीपीओ घुमारवीं रंजना, दधोल पंचायत प्रधान कंचन लता, उप प्रधान पुरषोत्तम, कसारु पंचायत प्रधान अंजना शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर