Satyajit Ray Birth Anniversary: भारतीय सिनेमा के महान निर्माता सत्यजीत रे की 102वीं जयंती आज, जानें उनसे जुड़ी कुछ बातें
Satyajit Ray Birth Anniversary: भारतीय सिनेमा के महान और दिवंगत फिल्म निर्माता सत्यजीत रे की 102वीं जन्मतिथि है. ऐसे में इस मौके पर हम आपको बताएंगे, उनसे जुड़ी कुछ खास चीजों के बारें में.
Satyajit Ray Birth Anniversary: भारतीय सिनेमा के महान और दिवंगत फिल्म निर्माता सत्यजीत रे किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. वो एक महान लेखक, कलाकार, चित्रकार, फिल्म निर्माता, गीतकार, कॉस्ट्यूम डिजाइनर थे. कला और साहित्य से जुड़े एक रचनात्मक परिवार में जन्मे, सत्यजीत रे ने अपने करियर की शुरुआत एक विज्ञापन एजेंसी से की थी. सत्यजीत रे को उनकी पहली फिल्म 'पाथेर पांचाली' के लिए दुनिया भर में जाना जाता है, जिसने भारतीय सिनेमा को बड़े लेवल पर सुर्खियों में लाया था. आज सत्यजीत रे की 102वीं जन्मतिथि है. ऐसे में इस मौके पर हम आपको बताएंगे, उनसे जुड़ी कुछ खास चीजों के बारे में.
Urfi Javed: इसबार कपड़ा या कोई सामान नहीं बल्कि उर्फी जावेद ने बॉडी पर छिपकाए 'बाल', हो रहीं Troll
सत्यजीत रे का जन्म 2 मई 1921 को कोलकाता में हुआ था. वह ऐसे डायरेक्टर थे जिन्होंने पर्दे पर किसी कलाकार को नहीं बल्कि आम इंसान को लाकर खड़ा किया था. यही वजह है कि इंडियन सिनेमा के बेस्ट निर्देशक के रूप में उनका नाम सबसे ऊपर आता है. उनकी फिल्म, डायरेक्शन और चित्रकारी की जितनी तारीफ की जाए कम है और उनके किसी काम के लिए उन्हें पद्मश्री, पद्म विभूषण, दादासाहेब फाल्के पुरस्कार और ऑस्कर अवॉर्ड से भी नवाजा गया था.
उनकी पहली फिल्म ‘पाथेर पांचाली’ थी. जिसे खूब सराहा गया. साथ ही, फिल्म को कांस फिल्म फेस्टिवल में भी खूब सराहा गया. इस फिल्म ने कई अवार्ड भी जीते. इसके अलावा सत्यजित ने अंग्रेजी और बांग्ला दोनों में समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में सिनेमा पर लेख लिखा.
बता दें, सत्यजीत रे के बारे में अगर कहा जाए कि उन्होने घुटनों पर चल रहे भारत के सिनेमा को चलना सिखाया तो गलत नहीं होगा. क्योंकि उस समय सत्यजीत रे की फिल्मों ने ही फिल्म जगत को खड़ा किया. हालांकि, उन्होंने ज्यादा सिनेमा बंगाली में ही बनाई थी. हिन्दी में उन्होने 'शतरंज के खिलाड़ी' जैसी फिल्म बनाई. जो हिन्दी सिनेमा की यादगार फिल्म है.
आपको बता दें, सिनेमा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए ही उन्हें विशेष ऑस्कर सम्मान दिया गया था. यही वो साल था जब सिनेमा का ये सितारा हमें हमेशा के लिए हम सभी को अलविदा कह दिया था. सिनेमा में उनके योगदान को देखते हुए सत्यजीत रे को ऑस्कर देने के लिए कमेटी के अध्यक्ष भारत आए. सत्यजीत रे बीमारी के कारण यात्रा नहीं कर सकते थे. फिल्मों में उनके योगदान के लिए सन 1992 में उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न भी दिया गया था.