Paonta Sahib: हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की सिरमौर के नौहराधार शाखा में 4 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले का खुलासा हुआ है. बैंक के सहायक प्रबंधक ने कथित तौर पर ऑनलाइन गेमिंग के लिए ग्राहकों के पैसे का उपयोग किया. बैंक के जिला प्रबंधक ने संगड़ाह थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. 


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नौहराधार बैंक के ग्राहकों में उस समय हड़कंप मच गया जब उन्हें पता लगा कि उनके लाखों रुपए की एफडी और बैंकों में जमा पैसा निकाल लिया गया है. नौहराधार बैंक में ऐसा एक दो ग्राहक के साथ नहीं बल्कि दर्जनों ग्राहकों के साथ हुआ है. मामले की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि बैंक में लगभग 4 करोड़ रुपए का गबन हुआ है. आरोप बैंक के ही सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश पर लगे हैं. 


बताया जा रहा है कि सहायक प्रबंधक ने ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में बैंक के पैसों का दुरुपयोग किया है. मामले का खुलासा अगस्त महीने में होना शुरू हो गया था. दरअसल, बैंक के कुछ ग्राहकों को पता चला कि उनकी एफडी में से पैसे विड्रॉ कर लिए गए हैं. कुछ ग्राहकों के खातों से भी पैसे गायब थे. 


ग्राहकों की एफडी के लाखों रुपए गायब होने से ग्राहक हक्के- बक्के रह गए. ग्राहकों ने इस संबंध में उच्च अधिकारियों को शिकायत की तो समूचे प्रकरण का खुलासा हुआ. उच्च अधिकारियों को शक हुआ कि ग्राहकों के साथ ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है मगर, जब मामले की जांच की गई तो पता चला कि इस मामले में बैंक के ही सहायक प्रबंधक का हाथ है. 


प्रारम्भिक जांच में पता चला है कि बैंक के सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश ने सारे पैसों का गबन किया है. मामले में सहायक प्रबंधक की संलिप्त पाए जाने पर उसे सस्पेंड कर दिया गया है और इस संबंध में स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई है. बताते चलें कि आरोपी सहायक प्रबंधक लंबे समय से उक्त शाखा में कार्यरत था. राजनीतिज्ञों के साथ ऊंची पैठ के चलते सहायक प्रबंधक बैंक में मनमानी करता रहा है.


उधर, बैंक के जिला प्रबंधक प्रियदर्शन पांडे ने बताया कि इस संबंध में बैंक के सहायक प्रबंधक की संलिप्त पाई गई है. सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश को निलंबित कर शिमला में तैनात कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि घोटाले की राशि बढ़ सकती है लेकिन इस प्रकरण में ग्राहकों को कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा. 


रिपोर्ट- ज्ञान प्रकाश, पांवटा साहिब