Shimla Masjid Dispute: राजधानी शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद निर्माण विवाद को खत्म करने के लिए मुस्लिम पक्ष ने पहल की है. संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष के साथ स्थानीय लोगों ने नगर निगम के कमिश्नर को ज्ञापन सौंप कर अवैध निर्माण को सील करने के साथ ही अवैध निर्माण को स्वयं हटाने की अनुमति देने का भी आग्रह किया है. 


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मुस्लिम समुदाय का कहना है कि किसी की दबाव में नहीं बल्कि अमन और शांति कायम करने के लिए यह कदम उठाया है और नगर निगम के कमिश्नर को इस मस्जिद जो अवैध निर्माण हुआ है. उसे सील करने का आग्रह किया है. साथ ही अवैध निर्माण हुआ है उसे वह खुद तोड़ेंगे.


मस्जिद के इमाम शहजाद का कहना है कि जो निर्माण हुआ है उसे सील किया जाए और जो अवैध निर्माण है वह उसे खुद हटाने के लिए तैयार हैं. सभी लोग यहां पर मिलजुल कर रहते हैं और इस मामले को राजनीति से ना जोड़ा जाए. 


वहीं संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष लतीफ का कहना है कि हमने नगर निगम के कमिश्नर को एक ज्ञापन इस मस्जिद में जो अवैध निर्माण हुआ है. उसकी सील करने के साथ ही यह आग्रह किया है कि जो अवैध निर्माण है उसे खुद हटाने चाहते हैं. कमिश्नर ने इस पर गौर करने का आश्वासन दिया. 


लतीफ ने कहा कि निर्माण 2018-19 के दौरान पूर्व सरकार के संरक्षण में हुआ है, जिस तरह से स्थानीय लोगों का आरोप है कि बाहर से मुस्लिम समुदाय के लोग आ रहे हैं. उन्हीं लोगों के द्वारा वह निर्माण किया गया था. 


नगर निगम कमिश्नर भूपेंद्र अत्री ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोग आज यहां पर उनसे मिले हैं और उन्होंने ज्ञापन सौंपा,  जिसमें उन्होंने कहा है कि हम यहां पर अमन शांति से ऐसे रहना चाहते हैं और जो अवैध निर्माण है उसकी सील करने का आग्रह किया है. साथ ही जो अवैध निर्माण हुआ है उसे वह खुद हटाना चाहते हैं. इस पर जल्द ही फैसला दिया जाएगा. नगर निगम कमिश्नर भूपेंद्र अत्री ने कहा कि विवाद अवैध कंस्ट्रक्शन को लेकर है. नगर निगम कोर्ट में मामला केवल अवैध निर्माण को लेकर चल रहा है. जमीन को लेकर कोई विवाद नहीं है.


रिपोर्ट- समीक्षा कुमारी, शिमला