Shimla News: शिमला जिला के रामपुर बुशहर में भारत तिब्बत व्यापारिक संबंधों के प्रतीक के रूप में अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का आयोजन किया जाता है. इस विशुद्ध व्यापारिक मेले में किन्नौरी, बुशहरी उत्पादों के अलावा देश के विभिन्न हिस्सों तो आये व्यापारी कारोबार करते है. लवी मेला आधिकारिक रूप से 11 से 14 नवंबर तक चलता है, लेकिन व्यापारिक गतिविधियां दिसम्बर तक चलती रहती है. 


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बता दें, इस बार प्रशासन ने मेला मैदान से स्टॉल्स को हटाने के 30 नवंबर तक के निर्देश दिए थे. व्यापारियों का कहना है कि इस बार व्यापारिक गतिविधियां विधिवत मेला समाप्ति के बाद ही आरंभ हुई है और उनका कारोबार इस बार काफी दिनों तक मंदा चलता रहा. मेला मैदान में स्टाल्ज भी व्यापारी के समय पर न आने के कारण 7 नवम्बर की बजाए मेला विधिवत समाप्ति के बाद 18 नवम्बर तक अलाट होते रहे. ऐसे में व्यापार को जारी रखने के लिए मोहलत मांगी है.


मेला मैदान के व्यापारियों ने नगर परिषद से भी समय बढ़ाने की गुहार लगाई है. स्थिति को देखते हुए नगर परिषद भी सरकार से व्यापारियों को मोहलत देने की मांग उठाएगा. ताकि बाहर से आए व्यापारियों को नुकसानी का सामना न करना पड़े.


ऑल हिमाचल खूनू ख़ाम्पा एसोसिएशन के प्रधान शांति नेगी ने बताया कि इस बार सेब सीजन व अन्य कृषि संबंधी आमदनी मंदा होने के कारण लोग खरीदारी जल्द नहीं कर पाए क्योंकि रामपुर के आस-पास का इलाका ग्रामीण और दूर दराज है. गांव के लोग जैसे समय के साथ पैसे का बंदोबस्त होता है उसी हिसाब से खरीदारी करने मेले में आ रहे है. ऐसे में मेला मैदान में व्यापारियों को कुछ और समय तक बैठने की मोहलत दी जानी चाहिए. ताकि मेले में विक्रेता एवं खरीददार दोनों को ही इसका लाभ मिल सके. 


किन्नौर के खादुरा गांव से आए रविंद्र नेगी ने बताया कि वे मेले में किन्नौर के सारे प्रोडक्ट लेकर के आए हैं. इस बार जो उनका कारोबार है वह देरी से शुरू हुआ है. अभी उनका केवल 30% ही समान बिका है. इसलिए सरकार से निवेदन है कि कारोबार के लिए समय बढ़ाया जाए.


बुशहर बुनकर कोऑपरेटिव सोसाइटी के चंद्र मोहन ने बताया कि इस बार लवी मेला काफी मंदा है. देश के विभिन्न हिस्सों से आए व्यापारी मंदी के कारण परेशान है. उन्होंने बताया कि इस बार स्टॉल्स की नीलामी 7 नवंबर की बजाय 18 नवंबर तक चलती रही, जिससे व्यापार को जमने में समय लगा. इसलिए सरकार एवं प्रशासन कम से कम 15 दिन की मोहलत और दे. ताकि मेला लगाने आए व्यापारियों को नुकसान न झेलनी पड़े. 


नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बी आर नेगी ने बताया कि 15 से अधिक व्यापारिक संगठनों के लोगों ने उनके कार्यालय आकर लिखित रूप में दिया है कि मेले में व्यापार को पूर्व की तरह जारी रखा जाए. ताकि उन्हें मंदी की मार न झेलनी पड़े. स्थिति को देखते हुए नगर परिषद ने इस बारे में बैठक रखी है और प्रस्ताव पास कर सरकार के समक्ष मामला भेजा जाएगा. 


रिपोर्ट- विशेषर नेगी, रामपुर