Himachal Pradesh Vidhansabha Election 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Chunav Date) के लिए अब कुछ ही दिनों का वक्त बचा हुआ है. सभी पार्टियां पूरे जोश के साथ चुनाव की तैयारियों में लगी हुई हैं. नामांकन की प्रकिया भी अब पूरी हो चुकी है. 25 अक्टूबर को नामांकन की आखिरी डेट थी. ऐसे में अब नाम वापसी के लिए 28 अक्टूबर का समय है. बता दें, 12 नवंबर को प्रदेश में विधानसभा (Himachal Chunav) के चुनाव होने वाले हैं. कुल 68 विधानसभा सीट पर एक ही फेज में वोटिंग होगी. जिसके नतीजे 8 दिसंबर को घोषित होंगे. 


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Himachal Election: करसोग विधानसभा सीट कांग्रेस का पलड़ा भारी, BJP कर पाएगी मिशन रिपीट?


हिमाचल चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे पार्टियों के बड़े नेताओं का आना-जाना भी लगा हुआ है. सभी पार्टियों ने अपने स्टार प्रचारक की लिस्ट भी जारी कर दी है. जो चुनाव से पहले हिमाचल में प्रचार-प्रसार करेंगी.  वहीं, सोशल मीडिया पर भी तमाम पार्टियां काफी एक्टिव हैं. हर एक पोस्ट के जरिए दूसरे पार्टी पर आरोप लगाने का दौर भी लगातार चल रहा है. ऐसे में हम आपको हर दिन प्रदेश की एक-एक विधानसभा सीट का हर अपडेट और राजनीतिक समीकरण बता रहे हैं. आज के इस खबर में हम आपको बताएंगे मंडी जिले (Mandi Vidhansabha Seat) की सुंदरनगर विधानसभा सीट (Sundar Nagar Vidhansabha Seat) के बारे में.


सुंदरनगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सीट नंबर 27 है. इस सीट पर साल 2017 में कुल 56.84 प्रतिशत वोट पड़े थे. भारतीय जनता पार्टी से राकेश कुमार (Rakesh Kumar) ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सोहन लाल को 9263 वोटों के मार्जिन से हराया था.


2022 विधानसभा चुनाव की बात करें, तो भाजपा ने इसबार राकेश जम्वाल को टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस ने सोहन लाल को फिर से मैदान में उतारा है. इसके साथ ही चुनावी रण में उतरी आम आदमी पार्टी ने पूजा ठाकुर को टिकट दिया है. 


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2011 के आंकड़े के अनुसार, यहां कुल जनसंख्या 1,02401 है, जिसमें से 74.23 फीसदी ग्रामीण और 23.77 फीसदी शहरी जनता है. शुरुआत से लेकर अब तक की बात करें, तो साल 1951 में कांग्रेस के बलदेव चंद को जीत मिली थी, जबकि 1967 में लक्ष्मी दत्त शर्मा ने जीत हासिल की थी. वहीं 1972 में भारतीय जन संघ के गंगा सिंह को जीत मिली. इसके बाद 1977 में जनता पार्टी से लड़कर वह जीते. 1982 से लेकर 1990 तक बीजेपी के रूप सिंह ने चुनाव जीता. इसके बाद 1993 में कांग्रस के शेर सिंह को विधानसभा चुनाव में जीत मिली. 1998 में हुए चुनाव में रूप सिंह एक बार बीजेपी से जीत दर्ज की. हालांकि 2003 में फिर खेल पलट गया और कांग्रेस के सोहन लाल ठाकुर ने जीत हासिल की. ऐसे में इसबार के चुनाव में ऐसे ही उलटफेर का खेल चला, तो बीजेपी को नुकसान हो सकती है.  


चुनाव आयोग के तारीखों के ऐलान होने के बाद से ही प्रदेश में चुनाव का बिगुल बज चुका है. राज्य की सभी 68 विधानसभा सीटों पर एक ही फेज में मतदान होंगे. वैसे में कड़ा मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है, लेकिन इसबार अपनी ताकत आजमाने आम आदमी पार्टी भी मैदान में उतर चुकी है.  


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