Himachal News: हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत बीड बिलिंग घाटी का आसमान हर बार की तरह इस बार भी रंग बिरंगी तितलियों से सराबोर है. यहां की खूबसूरती देखते ही बनती है, लेकिन इस बार यह घाटी कुछ अलग वजह से चर्चा में है. बीड बिलिंग इस घाटी से उड़ान भरने वाले तीन पैराग्लाईडिंग पायलट अपनी जान गंवा चुके हैं. जिनमें दो फ्री फ्लायर थे - एक रूसी और एक पोलिश - जबकि तीसरा लखनऊ का 29 वर्षीय प्रशिक्षु पायलट था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गौरतलब है की बीड बिलिंग में चल रहे क्रॉस कंट्री प्री-वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लेने वाले 70 देशों के 93 पैराग्लाइडर के अलावा, इस सीज़न में लगभग 300 फ्री फ़्लायर्स बीड़-बिलिंग में एकत्र हुए हैं. वहीं इलाके में पर्यटकों को भी पैराग्लाईडिंग लुत्फ टेंडम उड़ान के माध्यम से करवाया जाता है. इससे पहले भी कई पैराग्लाईडिंग पायलट और पर्यटक हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं. कुछ का तो आज के दिन तक पता ही नहीं चल सका. इन मौतों ने फ्री फ़्लायर्स के लिए सुरक्षा उपायों के बारे में सवाल खड़े कर दिए हैं.


मौतों ने फ्री फ्लायर के लिए सुरक्षा उपायों के बारे में सवाल खड़े कर दिए हैं. वहीं विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SADA) अधिकारियों का कहना है की फ्लाइंग एक ऐरो स्पोर्ट्स एक्टिविटी है और उसके लिए हिमाचल प्रदेश सरकार जो नियम 2022 में बने हैं, जो फ़्लायर्स होते हैं. उन्हें अपना बीमा करवाना अनिवार्य है.


वहीं, फ्लाइंग से पहले बॉन्ड लिया जाता है. फ्री फ़्लायर्स को उनके उड़ान अनुभव दस्तावेजों, लाइसेंस और बीमा के सत्यापन के बाद मुक्त उड़ान करने की अनुमति देता है. वहीं पिछले कई वर्षों से पैराग्लाईडिंग कर रहे पायलट का मानना है की सुरक्षा के पूरे इंतजाम होते हैं, लेकिन उड़ान के बाद जो लोग हवा के रुख से जायदा वाकिफ नहीं होते हैं. वो अक्सर रास्ता भूलते हैं. जिसके कारण यह हादसे होते हैं. 


वहीं ज़िलाधीश कांगड़ा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कुछ हादसे हुए लेकिन प्रशासन ने समय रहते कुछ लोगों को निकल लिया था. वहीं पोलैंड के एक पायलट की बॉडी को भी रेस्क्यू कर लिया हुआ है. 


बता दें, बीड़-बिलिंग एक प्रसिद्ध पैराग्लाइडिंग घाटी है, जो दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करता है. हिमालय की धौलाधार श्रृंखला में हाल की त्रासदियों ने मौजूदा उड़ान सीज़न के लिए हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के बीड़ -बिलिंग में एकत्र होने वाले पैराग्लाइडर, विशेष रूप से "फ्री फ़्लायर्स" की सुरक्षा के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं. आज जरूरत है की सरकार इन के लिए सम्पूर्ण जानकारी व सुरक्षा उपलव्ध करवाए.