Bilaspur News: कहते हैं कि अगर कुछ कर गुजरने का जज़्बा हो, जनून हो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता. जी हां ऐसी ही सोच के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश लेकर पंजाब के दो दोस्त साईकिल पर निकल पड़े हैं. भारत भ्रमण पर ताकि जन जन तक यह संदेश पहुंच सके कि स्वस्थ रहना है तो साईकिल चलायें व पर्यावरण को संरक्षित रखें. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पंजाब के बठिंडा व मोगा से संबंध रखने वाले हैरी धालीवाल व मोहित उपल ने पंजाब, हरियाणा सहित देश में बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए साईकिल यात्रा पर निकलने का फैसला लिया था ताकि इस यात्रा के जरिए लोगों को फिट रहने का, नशे से दूर रहने व पर्यावरण को संरक्षित रखने का संदेश दिया जा सके. 


वहीं उनकी यह साईकिल यात्रा आनंदपुर साहिब से होते हुए कीरतपुर से बाया फोरलेन होते हुए बिलासपुर पहुंची. जहां से वह मणिकर्ण साहिब होते हुए मनाली और फिर लेह लद्दाख से नेपाल तक पहुंचेगी और इस तरह पूरे भारत का भ्रमण करेगी. वहीं हैरी धालीवाल व मोहित उपल का कहना है कि साईकिल चलाने से एक तो शरीर स्वस्थ रहता है. दूसरा देश की संस्कृति को भी करीब से देखने का मौका मिलता है. 


साथ ही उन्होंने कहा कि भारत देश में बहुत ही ऐतिहासिक, धार्मिक व रमनीक स्थल देखने को मिलते है, जिसे एकसूत्र में पिरोए रखना हम सब भारतवासियों का प्रथम कर्तव्य है. साथ ही उन्होंने कहा कि एक समय था जब लोग साईकिल पर चलना पसंद करते थे और स्वस्थ रहते थे, मगर बदलते वक्त के साथ ही दोपहिया व चार पहिया वाहनों ने साईकिल की जगह ले ली और पेट्रोल व डीज़ल के वाहन सड़कों पर दौड़ने लगे. 


वहीं अब पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए सीएनजी व इलेक्ट्रॉनिक वाहन भी बाजार में उपलब्ध है. बावजूद इसके उन्होंने निर्णय लिया कि वह अपनी यह भारत भ्रमण यात्रा साईकिल पर ही पूरी करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक युवाओं का मन अपने देश और प्रकृति के साथ जुड़ा रहेगा तब तक वह नशे से दूर रहेंगे तथा अपनी संस्कृति व पर्यावरण को संरक्षित रखेंगे.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर