Hoshiyarpur News: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने कहा कि जिस गति से भारत हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है. 2047 से पहले देश विकसित भारत बन जाएगा. ये बात उन्होंने आज होशियारपुर जिले के अजदम गांव में 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' वैन के आगमन के अवसर पर आयोजित एक समारोह में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही. 


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इस बीच देश के कुछ हिस्सों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' के लाभार्थियों से बातचीत को एनआईसी ने गांवों में वेबकास्टिंग के जरिए दिखाया. यहां मौजूद केंद्रीय राज्य मंत्री के अलावा सैकड़ों लोग यहां जुटे और प्रधानमंत्री को सुना.  मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, बीबी महिंदर कौर जोश, डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल, एस.एस. पी. सुरिंदर लांबा भी मौजूद थे.


केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि जिस तरह से लोग इस संकल्प यात्रा में भाग ले रहे हैं, यह भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि इस समय होशियारपुर सहित पंजाब के कई जिलों में विकास भारत संकल्प यात्रा चल रही है. जिसके तहत लोगों को केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में जागरूक करने के लिए सूचना सामग्री, वीडियो आदि वाली वैन भेजी जा रही हैं, जिनके माध्यम से विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को जागरूक किया जा रहा है. योजनाओं को उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है.


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का निरंतर प्रयास रहा है कि केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम पात्र लाभार्थी तक पहुंचे.  उन्होंने केंद्र द्वारा प्रत्येक देशवासी को लाभान्वित करने के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में भी विस्तार से चर्चा की.  इस दौरान उन्होंने कुछ लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड सौंपे.  प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की एक महिला लाभार्थी ने योजना के तहत वित्तीय मदद से अपना घर बनाने में सक्षम होने पर खुशी व्यक्त की. 


उन्होंने ड्रोन को उड़ते देखा और उत्सुकता से सुना कि ड्रोन किसानों को उनके कृषि कार्य में कैसे मदद करेगा.  भारत सरकार अपनी नई योजना के तहत कृषि में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र का उद्घाटन किया है. यह महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रदान करेगा ताकि वे आजीविका का समर्थन करने के लिए इस तकनीक का उपयोग कर सकें. उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों के दौरान महिला स्वयं सहायता समूहों को 15,000 ड्रोन उपलब्ध कराये जायेंगे. महिलाओं को ड्रोन उड़ाने और इस्तेमाल के लिए जरूरी ट्रेनिंग भी दी जाएगी. यह पहल कृषि में प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देगी.