Paonta Sahib Water Crises: पांवटा साहिब विकासखंड के तहत हरिजन बस्ती कांडो नाडी के लोग बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं. यहां पिछले कई दिनों से पीने का पानी नहीं आ रहा है. बस्ती के लोग नेताओं और अधिकारियों से गुहार लगाकर थक चुके हैं मगर पानी की सप्लाई सुचारू नहीं हुई हैं. ऐसे में गांव के लोगों ने चुनाव में वोट नहीं डालकर विरोध जताने का मन बनाया है. 


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हर घर नल में जल योजना पहाड़ी पर बसे कांडो नाडी गांव तक आते-आते दम तोड़ गई. कांडो नाडी गांव में पिछले कई वर्षों से पीने के पानी की समस्या बनी हुई है. मगर पिछले कुछ दिनों से यहां लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं.  नलके सूखे पड़े हैं. 


दर्जनों परिवारों के पानी के बर्तन खाली हैं. 35 से 38 डिग्री तापमान के बीच लोग अपना, अपने परिवारों का और पशुओं के पानी का गुजारा करने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं. वहीं, लोगों को पानी के लिए 6 किलोमीटर दूर गिरी नदी में जाना पड़ता है. यहां से मोटरसाइकिल या गाड़ी में पानी लाकर गांव में पहुंचा जा रहा है. 


इसी पानी से जैसे तैसे गुजारा चल रहा है. वहीं दूसरी तरफ प्रशासन और जनता के सेवक इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. हालांकि ग्रामीण कई बार नेताओं प्रशासनिक अधिकारियों और जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को समस्या से अवगत करवा चुके हैं, मगर समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. ऐसे में ग्रामीणों ने आने वाले लोकसभा चुनाव में वोट ना डालकर विरोध जताने का मन बनाया है. 


हरिजन बस्ती में पानी न आने का सबसे अधिक समस्याएं गांव के महिलाओं को उठाना पड़ रही हैं. महिलाओं का अधिकतर समय पानी का इंतजाम करने में बीत रहा है.  ऐसे में स्थानीय महिलाएं प्रशासन और व्यवस्था से खासी नाराज हैं. 


रिपोर्ट- ज्ञान प्रकाश, पांवटा साहिब