Earthquake Latest Update: भारत के कई राज्यों में मंगलवार की दोपहर डेढ़ बजे के आस-पास भूकंप के झटके महसूस किए गए. भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. जानकारी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.4 मापी गई है. राहत की बात ये है कि भूकंप से किसी के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई है. हालांकि क्या आपको पता है कि क्यों भूकंप के झटके आते हैं? क्या है इसके पीछे की वजह? आज के इस खबर में हम आपको बताएंगे आखिर क्यों आते हैं बार-बार भूकंप. 



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क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. ऐसे में जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं और एक दूसरे के सामने आ जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.  


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इसके साथ ही बता दें, भूकंप का एक केंद्र होता है. भूकंप केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से सबकुछ बिखर जाता है.  इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है.  वहीं, अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में काफी झटका महसूस किया जा सकता है. 


वहीं, भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है.  इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है.  भूकंप की तीव्रता का इसी स्केल से नापी जाती है. अगर तीव्रता 1 है तो कोई नुकसान नहीं होगा, लेकिन जैसे-जैसे ये संख्या बढ़ती है वैसे वैसे ताबाही शुरू हो जाती है.