Jalandhar Bypoll Election Result: जानें कौन है AAP के प्रत्याशी सुशील कुमार रिंकू, जिन्होंने जालंधर में रचा इतिहास
Jalandhar Bypoll Election Result 2023: जालंधर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आप के उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू ने भारी वोटों के साथ जीत हासिल कर ली है.
Jalandhar Bypoll Election Result: जालंधर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव की मतगणना शनिवार सुबह 8 बजे से ही शुरू हो गई थी. वहीं अब नतीजे भी सामने आ गए हैं. आप के उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू ने भारी वोटों के साथ जीत हासिल कर ली है. वैसे तो जालंधर लोकसभा सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. कांग्रेस इस सीट पर 1999 से लगातार जीत दर्ज करती आई है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल कर इतिहास रच दिया है.
बता दें, सुशील कुमार रिंकू कांग्रेस के पूर्व विधायक हैं. उन्होंने कांग्रेस पार्टी से ही राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. हालांकि, जालंधर लोकसभा उपचुनाव से पहले ही उन्होंने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली. इसके अलावा रिंकू 1990 में एनएसयूआई के सक्रिय सदस्य रहे हैं. 1992 में अकाली दल के उपचुनाव के दौरान सुशील कुमार रिंकू ने युवाओं को चुनाव के लिए तैयार किया और बूथ स्तर के कार्यकर्ता के रूप में काम किया.
साल 1994 में सुशील रिंकू को डीएवी कॉलेज जालंधर में श्री गुरु रविदास की सांस्कृतिक सोसायटी के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था. इसके बाद साल 2002 में लोकसभा चुनाव के दौरान कार्यकर्ता के रूप में काम किया. इसके बाद वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की नजर में आए. उन्होंने 2006 में निकाय चुनाव लड़े और वह पार्षद चुने गए.
बता दें, कि इस बार का मुकाबला कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार, दिवंगत संतोख चौधरी की पत्नी करमजीत कौर (Karamjit Kaur), सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सुशील कुमार रिंकू (Sushil Kumar Rinku), अकाली दल के सुखविंदर कुमार सुखी (Sukhwinder Sukhi) और भाजपा के इंदर इक़बाल सिंह अटवाल (Inder Iqbal Singh Atwal) के बीच ही रहा.
चुनाव आयोग (ECI) की वेबसाइट के रूझानों से तो हर किसी ने अंदाजा लगा लिया था रिंकू ही जीतने वाले हैं. जालंधर में आम आदमी पार्टी के समर्थक पहले से ही जश्न के मूड में थे. वहीं जीत के बाद कमाल का जश्न देखने को मिल रहा है.
जानकारी के लिए बता दें, 2022 के विधानसभा चुनाव में बेशक आम आदमी पार्टी ने पंजाब में पूर्ण बहुमत हासिल की थी, लेकिन जालंधर में कांग्रेस की ही जीत हुई थी क्योंकि जालंधर की 9 सीटों में से 5 पर कांग्रेस विजयी रही थी और 4 पर 'आप' जीती थी.