बिमल कुमार/चंडीगढ़ : पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौैटाला ने मंगलवार को भाजपा-गठबंधन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि भाजपा-गठबंधन सरकार का सेवानिवृत आईएएस/आईपीएस अधिकारियों को किसी भी वैधानिक, गैर सांविधिक, संवैधानिक निकाय और आयोग में पुनर्नियुक्ति पर उन्हें 20 लाख तक की कार की सुविधा देने या सुविधा नहीं लेने पर उन्हें 90 हजार प्रतिमाह कार भत्ता और 5 हजार किमी तक 18 रुपये प्रति किमी पेट्रोल भत्ता देने का निर्णय बेहद निंदनीय है। 


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उन्होंने कहा कि यह विडंबना है कि प्रदेश की सत्ता पर आज लुटेरों का गिरोह काबिज है। जब 5 लाख से ऊपर सरकारी कर्मचारी और पेंशनधारी जनवरी 2020 से अपने रुके हुए डीए की बात करते हैं तो सरकार प्रदेश की खराब वित्तीय स्थिति का रोना रोकर पल्ला झाड़ लेती है, लेकिन जब बात खुद की और बड़े आईएएस/आईपीएस अधिकारियों की आती है तो प्रदेश की गरीब जनता की गाढी कमाई लुटाने के लिए खजाने का मुंह खोल दिया जाता है.


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उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा-गठबंधन सरकार का तो यह हाल है कि ‘‘अंधा बांटे रेवड़ी, फिर फिर अपनों को दे’’. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन के कारण प्रदेश का छोटा व्यापारी, मजदूर, किसान आज एक-एक पैसे का मोहताज हो गया है, लेकिन प्रदेश सरकार आम आदमी की अनदेखी कर अफसरशाही को खुश करने में लगी है और खुद की जेबों के साथ-साथ बड़े -बड़े उद्योगपतियों की जेबें भरने का काम कर रही है. भाजपा सरकार पहले सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लंबित डीए तुरंत प्रभाव से जारी करे।