Barnala News: पंजाब की 510 मंडियों को बंद करने के किसान विरोधी फैसले पर कड़ा विरोध जताते हुए भारतीय किसान यूनियन एकता-उग्राहां ने पंजाब की आप सरकार के फैसले की कड़ी निंदा करते बरनाला चंडीगढ़ हाईवे जाम करके रोष प्रदर्शन किया. 


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पंजाब सरकार के जारी किया इस फरमान को दो टूक जवाब देने के लिए बठिंडा बरनाला चंडीगढ़ हाईवे जाम कर इन फैसले को बदलने की मांग मांग करते ऐलान किया कि आने वाले दिनों में किसान संगठनों द्वारा उच्च स्तरीय मीटिंग करके इस संघर्ष को तेज किया जाएगा. 


बठिंडा बरनाला चंडीगढ़ हाईवे चक्का जाम दौरान किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि इस फैसले के माध्यम से सैकड़ों मंडियों में बिना किसी कारण के सरकारी खरीद बंद कर मान सरकार कृषि बाजारों को निजी व्यापारियों और शाही निगमों को सौंपने के लिए मोदी शैली के काले कृषि कानूनों की नीति लागू कर रही है. 


उनका कहना है कि सरकार किसानों को पराली जलाने से रोककर, बिजली आपूर्ति में देरी कर विलंब से धान रोपने के लिए बाध्य कर, मंडियों में धान रोपने के लिए बाध्य कर गेहूं की बुआई में और भी विलंब कर रही है.  ऐसे में गेहूं की पैदावार कम हो जायेगी, जो कर्ज में डूबे किसानों के लिए काफी घातक साबित होगी.


किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर इन मंडियों में धान की खरीद तुरंत शुरू नहीं की गई, तो संगठन तीखा जन संघर्ष करने को मजबूर होगा. तत्काल विरोध स्वरूप भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां जिला बरनाला को मंडियों में चल रही किसानों की सरकारी खरीद फिर से शुरू करने की पर जोर मांग की चाहिए.