सिविल सर्जन से परेशान लैब टैक्नीशियन ने किया आत्महत्या का प्रयास, कर्मचारियों ने तबादले को लेकर किया धरना
Faridkot News in Hindi: फरीदकोट में सिविल अस्पताल के लैब टैक्नीशियन ने सर्जन से परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया. वहीं, इस घटना के बाद सिविल अस्पताल के कर्मचारियों ने धरना कर एसीएस के तबादले की मांग की.
Faridkot News: जिले की सहायक सिविल सर्जन द्वारा कथित तौर पर परेशान करने के चलते सिविल अस्पताल के एक लैब टैक्नीशियन द्वारा वीरवार को आत्महत्या करने का प्रयास किया गया. जिसे अन्य कर्मचारियों द्वारा बचा लिया गया. वहीं, कर्मचारी यूनियन द्वारा सिविल सर्जन कार्यालय में धरना किया गया है और कर्मचारियों द्वारा सहायक सिविल सर्जन का तबादला किए जाने की मांग उठाई जा रही है.
उल्लेखनीय है कि वीरवार दोपहर को स्थानीय सिविल अस्पताल में उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब वहां का एक लैब टैक्नीशियन हरमनदीप आत्महत्या करने के लिए शहर से गुजरने वाली नहरों की ओर रवाना हो गया. उसके पीछे ही सिविल अस्पताल के काफी कर्मचारी भी रवाना हो गए. जिसके चलते हरमनदीप ने नहर की पटड़ी से नीचे छलांग लगा दी थी, लेकिन वहां ढलान होने के कारण एक कर्मचारी ने उसे भाग कर पकड़ लिया और फिर अन्य कर्मचारियों की सहायता से उसे खींच कर ऊपर लाया गया. जिसके कारण उसकी जान बच गई, लेकिन वह अभी भी डिप्रेशन में है.
इस घटना के बाद कर्मचारियों द्वारा हरमनदीप कौर सिविल अस्पताल लाया गया और उपरांत सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना लगा दिया. इस दौरान कर्मचारी यूनियन के नेता जसमेल जस्सी व खुशदीप ने कहा कि पिछले लंबे समय से सहायक सिविल सर्जन द्वारा उन्हें कथित तौर पर और मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पूरा स्टाफ उनसे परेशान है और हरमनदीप पिछले लगभग पन्द्रह दिनों से उनके कारण डिप्रेशन में था. इस संबंध में यूनियन द्वारा सहायक सिविल सर्जन व उच्चाधिकारियों से बात की भी जानी थी लेकिन उससे पहले ही मानसिक तनाव बढ़ने के कारण हरमनदीप ने उक्त कदम उठा लिया. उन्होंने बताया कि इससे पूर्व जब स्वास्थय मंत्री ने सिविल अस्पताल का दौरा किया था. उस समय भी यूनियन ने यह मसला उनके समक्ष उठाया था और उनका तबादला किए जाने की मांग की थी. यूनियन नेताओं ने एक बार फिर से सहायक सिविल सर्जन का तबादला किए जाने की मांग उठाई है.
उधर इस संबंध में सहायक सिविल सर्जन डॉ. मनदीप कौर खंगूरा से बात की गई तो उनका कहना था कि उनके द्वारा स्टाफ को सिविल सर्जन के आदेशों के अनुसार काम के लिए ही कहा जाता है. उन्होंने कहा कि वे ड्यूटी को लेकर ही उन्हें कुछ कहती हैं और कुछ नहीं. वे ड्यूटी में कोताही बर्दाश्त नहीं करती. इसे अगर कोई निजि तौर पर लेता है तो अलग बात है, लेकिन उन्होंने किसी स्टाफ को ऐसा कुछ भी नहीं कहा.