धर्मेंद्र सिंह/पंजाब: पंजाब में मजदूर जत्थेबंदियों ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार को अनाज मंडियां बंद रखीं और एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में मार्केट कमेटी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए 25 फीसदी मजदूरी बढ़ाने की मांग को पूरा करने की बात कही. इस मांग को लेकर 25 सितंबर को मोगा में प्रदेश स्तरीय रैली करके अगली रणनीति बनाने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि धान के सीजन में मजदूर अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान भी कर सकते हैं, जिसे लेकर विचार किया जा रहा है. 


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पंजाब सरकार से की 5 फीसदी मजदूरी बढ़ाने की मांग
यूनियन अध्यक्ष दर्शन लाल ने कहा कि 2 वर्षों से मजदूरी बढ़ाने की मांग की जा रही है. खन्ना मंडी में जब गेहूं खरीद का उद्घाटन करने सीएम भगवंत मान आए थे तो उस समय यहां ज्ञापन सौंपा गया था. अभी कुछ समय पहले सीएम ने यह भरोसा भी दिलाया गया था कि उनकी मांग को केंद्र सरकार के समक्ष रखा गया है, जिसमें 20 फीसदी मजदूरी केंद्र सरकार की तरफ से बढ़ाई जाएगी जबकि 5 फीसदी मजदूरी पंजाब सरकार बढ़ाएगी, लेकिन इस पर आज तक गौर नहीं किया गया.


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176 मंडियों में की गई हड़ताल 
उन्होंने कहा कि इसी मांग को लेकर पंजाब भर में 176 मंडियों में हड़ताल की गई है. जब तक 25 फीसदी मजदूरी नहीं बढ़ाई जाएगी वे संघर्ष जारी रखेंगे. दर्शन लाल ने कहा कि 2011 में बादल सरकार के समय 25 फीसदी वृद्धि की गई थी. इसके बाद कभी 1 पैसा, कभी 2 पैसा प्रति बोरी मजदूरी बढ़ाकर मजदूरों से मजाक किया गया. 25 सितंबर को मोगा में प्रदेश स्तरीय रैली होगी, जिसमें अगले संघर्ष का ऐलान कर दिया जाएगा.


वहीं दूसरी तरफ मजदूरों ने कहा कि इतने कम रेट पर काम करना बहुत मुश्किल है. महंगाई बढ़ती जा रही है. परिवार का पालन पोषण मुश्किल हो गया है. सरकार को उनकी मांगों पर गौर करना चाहिए. अगर मजदूरी नहीं बढ़ेगी तो वे मंडियों में काम नहीं करेंगे. 


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