संगरूर स्कूल आत्महत्या मामला: 12वीं कक्षा के छात्र ने लगाई फांसी, परिवारजन स्कूल के बाहर कर रहे धरना प्रदर्शन
संगरूर स्कूल आत्महत्या मामला: संगरूर के मेरीटोरियस स्कूल में बच्चे की आत्महत्या के बाद परिवार की तरफ से स्कूल के में गेट पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. स्कूल के आगे अभिभावकों, समाजसेवी और राजनीतिक लोगों प्रोटेस्ट करते हुए कारवाई की मांग कर रहे हैं.
संगरूर स्कूल आत्महत्या मामला: संगरूर के मेरीटोरियस स्कूल में 12वीं कक्षा के छात्र की आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. मृतक छात्र का परिवार और गांव वाले,रिश्तेदारों शिरोमणि अकाली दल नेता और इलाके के सोशल वर्करों की तरफ़ से बड़ी गिनती में स्कूल के में गेट के आगे प्रदर्शन किया जा रहा है. परिजन बच्चों को धमकाने वाली अध्यापक और स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.
मृतक बच्चे के परिवार की तरफ से बयान दिया गया है कि जब तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे.
क्या है पूरा मामला ?
आपको बता दें कि कल 29 जनवरी की शाम तकरीबन 6:00 बजे संगरूर के घाबदा में बने हुए मेरीटोरियस स्कूल में एक 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले नौजवान लड़के जिसका नाम करन है, उसने अपने हॉस्टल के कमरे में गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. करण के पिता सुरेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें करण की एक टीचर की तरफ से तकरीबन 3:00 बजे फोन आया था. टीचर ने कहा था कि आपका बेटा पढता नहीं है और ऐसा ही रहा तो हम इसे स्कूल में से निकाल देंगे. इसके बाद टीचर का दोबारा फिर शाम को 6:00 बजे स्कूल से फोन आता है कि आपके बच्चे ने सुसाइड कर लिया है. इसके बाद जल्द से जल्द पूरा परिवार मेरीटोरियस स्कूल में पहुंच गया पर परिजनों के आने से पहले ही स्कूल प्रशासन की तरफ से बच्चे का शव संगरूर के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करने के लिए भेज दिया गया था.
तभी से लगातार मृत करण के परिवार वालों की तरफ से बच्चों को धमकाने वाली टीचर और स्कूल प्रशासन के खिलाफ दोष लगाए जा रहे हैं. उनकी तरफ से बोला जा रहा है कि हमें उनके बच्चे की असल मौत के कारणों का सही तरीके से बताया ही नहीं जा रहा है अब की बात की जाए तो अब परिवार गांव वाले और रिश्तेदारों की तरफ से स्कूल के गेट के आगे धरना लगा लिया गया है और यही मांग रखी जा रही है कि हमारे बच्चे को धमकाने वाली अध्यापिका को गिरफ्तार किया जाए.
डीएसपी मनोज गोर्सी ने कहा कि परिवार की तरफ से अभी तक हमारे पास कोई भी बयान दर्ज नहीं करवाए गए हैं, मामले की हम गंभीरता से जांच कर रहे हैं.
एसडीएम चरनजोत सिंह वालिया ने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच करने के लिए एक स्पेशल कमेटी का गठन किया जा रहा है हर एक बात की गंभीरता से जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.