चंडीगढ़-  पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का इस तरह से दुनिया को छोड़ कर चले जाना एक बुरे सपने की तरह लग रहा है. उनके जाने पर आज पूरा देश रो रहा है.
सिद्धू मूसेवाला जब रविवार को अपने घर से निकले होंगे तो शायद उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा की आज का दिन उनका आखिरी दिन होगा.


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मौत कर रही थी इंतजार!


ये पूरी वारदात 29 मई यानी रविवार शाम 5 से 5.30 बजे के बीच की है. अपनी मस्ती में मूसेवाला काले रंग की थार में घर से निकलते हैं. सिंगर के पास बुलेटप्रूफ कार भी थी, लेकिन कुदरत को शायद कुछ और ही मंजूर था. बुलेटप्रूफ गाड़ी का उन्होंने उस दिन इस्तेमाल नहीं किया.


अपने दो दोस्तों के साथ जैसे ही वो कुछ दूरी पर निकलते है. रास्ते में दो गाड़ियां उनका पीछा करती हैं. दोनों गाड़ियां मूसेवाला की थार को ओवरटेक करती हैं. मूसेवाला जैसे ही अपनी कार को संभालते हैं दोनों कारों से करीब 7 युवक उतरते हैं और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगते हैं.


पहली गोली मूसेवाला की गाड़ी के पिछले टायर पर लगती हैं. इससे गाड़ी का संतुलन बिगड़ जाता है. इतने में आरोपी ओवरटेक करके गाड़ी से उतरकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर देते हैं.


मूसेवाला और उसके दो दोस्तों को संभलने का मौका तक नहीं मिलता. गोलियों की आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर आते हैं, लेकिन हमलावरों की ललकार सुनकर घरों में वापस घुस जाते हैं. उस मंजर को देख हर किसी के रौंगटे खड़े हो गए.


महज 2 मिनट में ही मूसेवाला को 30 गोलियां मारी गईं. एक अनजान शख्स ने अपनी मोटर साइकिल पर मूसेवाला को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी मौत हो गई.


बदमाशों ने ऐसा प्लान बनाया की किसी को कानों कान खबर न लगने दी. बड़े ही चलाकी के साथ हत्यारों ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया. सिर्फ 2 मिनट ही आरोपी मौके पर रुके थे. हमलावरों ने गोलियां इस तरह से चलाईं, जैसे वे सोच कर ही आए थे कि आज मूसेवाला को खत्म करके ही जाना है.


जिस जगह पर पर मूसेवाला की हत्या की गई. उस गली में दीवारों पर अभी भी सिंगर का खून लगा है और गोलियों के निशान हैं. इतनी कम उम्र में उनका दुनिया से चले जाना बेहद अफसोस नाक है. इस सदमे से उभर पाना उनके परिवारवालों और उनके फैंस के लिए काफी मुश्किल है.