Panchang 21 November 2022: हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. एक माह में तीस तिथियां होती हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से ये दो पक्षों में विभाजित होती हैं. ये पक्ष 15-15 दिन का होता है. एक पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या कहा जाता है जबकि दूसरे पक्ष की अंतिम तिथी को पूर्णिमा कहा जाता है. इन तिथियों को प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी और 15वें दिन यानी आखिरी दिन को पक्ष के हिसाब से अमावस्या/पूर्णिमा कहा जाता है. इन्हीं के आधार पर पंचांग बनता है. पंचांग में पांच अंग वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण महत्वपूर्ण होते हैं. ऐसे में जानें 21 नवंबर 2022 का पंचांग क्या है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: 6 बजकर 47 मिनट तक होगा.
सूर्यास्त: 5 बजकर 25 मिनट तक होगा.


ये भी पढ़ें- तुलसी की इस विधि से पूजा करने पर होती है मां लक्ष्मी की कृपा, जानें क्या है सही तरीका


आज की तिथि: द्वादशी
आज का वार: सोमवार
आज का योग: आयुष्मान
आज का पक्ष: कृष्ण
आज का नक्षत्र: चित्रा
आज का करण: तैतिल


ये भी पढ़ें- Tulsi Poojan: मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए क्यों की जाती है तुलसी की पूजा, कैसे हुई इस पौधे की उत्पत्ति?


दुष्ट मुहूर्त- 12:27 से 1:29 तक रहेगा. 
कुलिक- 14:35 से 15:17 तक रहेगा. 
कंटक- 8:55 से 09:38 तक रहेगा. 
राहुकाल-8:07 से 9:27 तक रहेगा. 
यमघण्ट- 11:47 से 12:27 तक रहेगा. 
यमगंड- 10:47 से 12:06 तक रहेगा.
गुलिक काल- 1:26 से 2:46 तक रहेगा. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता.) 


WATCH LIVE TV