Kamika Ekadashi 2022: आज 24 जुलाई रविवार को सावन मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथी (Sawan Ekadashi) है. इस एकादशी को कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi) भी कहा जाता है. वैसे तो हर महीने ही एकादशी आती है, लेकिन सावन मास में लगने वाली एकादशी का विशेष महत्व है. आप में से ऐसे बहुत से लोग होंगे जिन्हें यह मालूम होगा कि एकादशी का व्रत भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को समर्पित होता है. बता दें, हिंदू धर्म में जितने भी व्रत हैं उन सभी में से एकादशी का व्रत सबसे कठिन व्रत माना जाता है. यह व्रत एकादशी की व्रक दशमी तिथि से शुरू होकर द्वादशी के दिन समाप्त होता है. 
 
क्यों महत्वपूर्ण है कामिका एकादशी?
माना जाता है कि कामिका एकादशी के दिन विधि पूर्वक व्रत रखकर भगवान विष्णु के अलग-अलग अवतारों की पूजा करने से मनुष्य के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. इसके साथ ही सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और हर काम में सफलता भी मिलती है. इन दिनों भगवान विष्णु निद्रासन अवस्था में होते हैं. ऐसे में इस दौरान की गई पूजा का महत्व ज्यादा होता है. 


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आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए करें यह काम
अगर आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर है तो कामिका एकादशी के दिन एक पीले रंग का कपड़ा लें. इसमें एक गांठ साबुत हल्दी, केसर से रंगे हुए बिना टूटे चावल और एक चांदी का सिक्का बांध लें और एक पोटली बना लें. इसके बाद इस पोटली को भगवान विष्णु के चरणों में अर्पित कर दें. कुछ देर बाद इसे उठाकर घर में उस जगह रख दें जहां आप अपने पैसे और जेबरात रखते हैं. ऐसा करने से जल्द ही आपके घर में मां लक्ष्मी की कृपा होगी और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.  


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आज के दिन तुलसी मां पर जल अर्पित करना होता है वर्जित
मान्यता है कि भगवान विष्णु को एकादशी और तुलसी व्रत दोनों ही अति प्रिय हैं. ऐसे में एकादशी के दिन तुलसी के सामने घी का दीपक जलाकर तुलसी नामाष्टक का पाठ करें. इसके साथ ही तुलसी मां की 11 परिक्रमा करें. अगर आप परिक्रमा न कर पाएं यानी अगर परिक्रमा करने का स्थान न हो तो आप एक  ही स्थान पर खड़े होकर 11 बार घूम लें. ध्यान रखने वाली बात यह है कि आम दिनों में तुलसी मां को जल अर्पित किया जाता है, लेकिन एकादशी के दिन तुलसी को जल अर्पित करना वर्जित होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन मां तुलसी का व्रत होता है.   


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता.)


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