Panchang: हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. एक माह में तीस तिथियां होती हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से ये दो पक्षों में विभाजित होती हैं. ये पक्ष 15-15 दिन का होता है. एक पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या कहा जाता है जबकि दूसरे पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहा जाता है. इन तिथियों को प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी और 15वें दिन यानी आखिरी दिन को पक्ष के हिसाब से अमावस्या/पूर्णिमा कहा जाता है. पंचांग इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है. पंचांग में पांच अंग वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण महत्वपूर्ण होते हैं. ऐसे में जानें क्या है 30 दिसंबर शुक्रवार का पंचांग?


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आज की तिथि: अष्टमी
आज का वार: शुक्रवार
आज का योग: वरियन
आज का पक्ष: शुक्ल
आज का करण: बव
आज का नक्षत्र: उत्तराभाद्रपद


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दुष्ट मुहूर्त- 9:15 से 9:57 तक रहेगा. 
कुलिक- 9:18 से 9:55 तक रहेगा.  
कंटक- 4:19 से 4:52 तक रहेगा. 
यमघण्ट- 9:12 से 9:48 तक रहेगा. 
राहुकाल- 12:18 से 1:40 तक रहेगा. 
यमगंड- 8:25 से 9:48 तक रहेगा.
गुलिक काल- 11:04 से 12:24 तक रहेगा. 


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सूर्योदय: 6 बजकर 44 मिनट तक होगा.
सूर्यास्त: 5 बजकर 25 मिनट तक होगा.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता.) 


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