Ramlala Pran Pratishtha: पूरे देश में राम- राम छाया है और हर भक्‍त जय श्रीराम के नारे लगा रहा है. राम भक्तों का 500 बरसों का इंतजार खत्‍म हो गया है. आपको बता दें कि राम मंदिर के गर्भगृह में ना केवल रामलला पहुंच गए हैं, बल्कि उनकी मूर्ति के पहले दर्शन भी हो गए हैं. अभी तक चल रहे अनुष्‍ठानों के बीच प्रभु राम की 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठित होने जा रही मूर्ति को पहले वस्‍त्र से ढका गया था. लेकिन आज, यानि 19 जनवरी की दोपहर 12 बजे मूर्ति से परिधानों को हटा दिया गया है. जिसकी तस्वीरें सामने आ चुकी है.


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रामलला की मूर्ति की स्थापना के बाद, शुक्रवार को मूर्ति पर ढके गए वस्त्रों को हटा दिया गया है. अब केवल रामलला की आंखो पर ही पीला पट्टी बंधी हुई है. आपको बता दें की रामलाल की मूर्ति को कल रात अयोध्या राम मंदिर में लाया गया था. मूर्ति को दोपहर में वैदिक मंत्रोचार के बीच गर्भ गृह में स्थापित किया गया. जिसके बाद वैदिक क्रियाएं करने के बाद मूर्ति से परिधानों को हटाया गया. मूर्ति को मैसूर स्थित मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाया गया है. 51 इंच की रामलला की मूर्ति का वजन लगभग 200 किलो है. मूर्ति के दर्शन करने का भक्तों को बेसब्री से इंतजार था, जो अब खत्म हो गया है. रामलला के दर्शन पाकर भक्त धन्य हो गए हैं 


अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले मुख्‍य प्राण प्रतिष्‍ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यजमान बनेंगे और यजमान बनने से पहले मोदी जी 11 दिनों का विशेष अनुष्‍ठान कर रहे है. बताया जा रहा है कि मूर्ति की प्राण प्रतिष्‍ठा होने के बाद आंखो से पट्टी को हटाया जाएगा और फिर रामलला की मूर्ति को दर्पण दिखाया जाएगा. कहा जा रहा है कि जब मूर्ति को दर्पण दिखाया जाता है, तो वह चटक जाता है या टूट जाता है.