Rang Panchami 2024: चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को रंग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. कई जगहों पर होली से लेकर लगातार पंचमी तिथि तक रंग खेलने की परंपरा है. ऐसा माना जाता है कि होली का त्योहार पूर्ण रूप से इसी दिन खत्म होता है. रंग पंचमी ज्यादातर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में मनाई जाती है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रंग पंचमी पर समाप्त होता है होली का त्योहार  
होली की तरह रंग पंचमी के दिन भी लोग खूब रंग खेलते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस रंग उड़ाने से शरीर के अंदर की नकारात्मक शक्तियां खत्म होती हैं और सकारात्मक शक्तियों का संचार होता है.  


ये भी पढ़ें- Kangana Ranaut लोकसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार, मंडी में किया भव्य रोड शो


रंग पंचमी को लेकर क्या है धार्मिक मान्यता
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण रंग पंचमी के दिन ही राधा रानी के साथ होली खेलते थे. कहा जाता है कि रंग पंचमी के दिन राधा-कृष्ण समेत सभी-देवी-देवताओं को गुलाल लगाना चाहिए. ऐसा करने से सुख-समृद्धि आती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इतना ही नहीं कहा तो यह भी जाता है कि इस दिन देवी-देवता धरती पर आते हैं. इस दिन राधा-कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व होता है. आज के दिन होली के रंगों से पंचतत्वों को सक्रिय किया जाता है. 


ये भी पढ़ें- Una News: कांग्रेस सरकार में घुटन का माहौल, क्या है पार्टी से विधायक कम होने का कारण


राधा कृष्ण के साथ माता लक्ष्मी की पूजा का है विधान
कहा जाता है कि रंग पंचमी के दिन राधा रानी और भगवान श्री कृष्ण के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करना भी शुभ होता है. रंग पंचमी को लेकर कई तरह की पौराणिक कथाएं भी प्रचलित हैं. गौरतलब है कि मथुर वृंदावन की होली दुनियाभर में मशहूर है. मथुरा में होली खेलने के लिए दूर-दूराज के लोग यहां आते हैं. इसी तरह यहां रंग पंचमी भी धूमधाम से मनाई जाती है. आज के दिन भी यहां का माहौल होली जैसा ही होता है. 


WATCH LIVE TV