Panchang: शनिवार को है उत्तराषाढ़ नक्षत्र और व्यतिपात योग, जानें क्या है शिवरात्रि का पंचांग?
Aaj ka panchang: हिंदू पचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से एक माह में तीस तिथियां होती हैं, जो दो पक्षों में विभाजित होती हैं. ऐसे में जानें 18 फरवरी शनिवार का पंचांग.
Aaj ka Panchang 18 February 2023: आज 18 फरवरी को दिन शनिवार है. आज का पंचांग बेहद खास है क्योंकि आज माघ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि/शिव तेरस है यानी आज शिवरात्रि है. इस शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है क्योंकि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था आज के दिन भोलेनाथ की विधिवत पूजा करने से भक्तों पर उनकी कृपा बरसती है.
आज की तिथि: त्रियोदशी/शिवरात्रि
आज का वार: शनिवार
आज का पक्ष: कृष्ण
आज का करण: गर
आज का नक्षत्र: उत्तराषाढ़
आज का योग: व्यतिपात
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दुष्ट मुहूर्त- 7:05 से 8:15 तक रहेगा.
कुलिक- 7:48 से 8:20 तक रहेगा.
कंटक- 12:10 से 1:52 तक रहेगा.
यमघण्ट- 3:10 से 5:44 तक रहेगा.
राहुकाल- 9:40 से 11:50 तक रहेगा.
यमगंड- 1:44 से 5:28 तक रहेगा.
गुलिक काल- 6:59 से 8:33 तक रहेगा.
क्या होता है पंचांग?
सरल भाषा में कहा जाए तो पंचांग महीने की तीस तिथियों से और पांच अंगों से मिलकर बनता है, लेकिन इसमें सबसे महत्वपूर्ण होते हैं पांच अंग वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण. वैसे तो कैलेंडर के हिसाब से किसी महीने में 31 दिन होते हैं तो किसी महीने में 30, लेकिन अगर हम हिंदी कैलेंडर की बात करें तो इसके हिसाब हर माह में 30 दिन ही होते हैं, जिन्हें हम तिथि बोलते हैं.
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ये तिथियां दो पक्षों में विभाजित होती हैं. जो कि 15-15 दिन के होते हैं. इनमें से एक पक्ष को शुक्ल और एक पक्ष को कृष्ण कहा जाता है. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इन तिथियों को प्रतिप्रदा, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रियोदशी और एक पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या और दूसरे पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहा जाता है. पंचांग इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता.)