खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर! खेल नीति बनाने के लिए इनसे भी लिया जाएगा फीडबैक
Wrestlers Protest: हिमाचल प्रदेश के खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह अब पहलवान खिलाडियों के समर्थन में उतर आए हैं. उनका कहना है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और आरोपी को कार्यभार से दूर रखना चाहिए.
समीक्षा राणा/शिमला: भारतीय महिला पहलवानों की ओर से भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं, जिसे लेकर कई पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन भी किया. इन महिला पहलवानों के समर्थन में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत 30 से ज्यादा पहलवानों ने इनके साथ दिल्ली पहुंचकर जंतर-मंतर पर धरना दिया. हालांकि अब यह प्रदर्शन खत्म हो चुका है, लेकिन अभी भी कई जाने-माने लोग इनके समर्थन में आ रहे हैं.
अनुराग सिंह ठाकुर ने दी थी प्रतिक्रिया
पहलवानों के प्रदर्शन पर खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की भी प्रतिक्रिया सामने आई थी. उन्होंने कहा था कि खेल और खिलाड़ियों के लिए जितना कार्य मोदी सरकार के कार्यकाल में किया गया है उतना 75 वर्षों में कभी नहीं हुआ. खिलाड़ी भी इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि मोदी सरकार ने खेल और खिलाड़ियो के लिए कितना कार्य किया है.
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आरोपी को कार्यभार से रखा जाए दूर- विक्रमादित्य सिंह
वहीं, अब इन खिलाड़ियों के समर्थन में हिमाचल प्रदेश के खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी उतर आए हैं. वह इस मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग कर रहे है. इसके साथ ही उन्होंने आरोपी को कार्यभार से दूर रखने की भी मांग की है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोप गंभीर हैं. खिलाड़ी जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं और प्रदर्शन करना उनका संवैधानिक अधिकार है.
उन्होंने कहा कि इस मामले में खेल मंत्रालय को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए. हालांकि केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा इस मामले में वार्तालाप की गई है, लेकिन उन्हें न्यायिक जांच के आदेश भी देने चाहिए और जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होती, तब तक जिस व्यक्ति पर आरोप लगे हैं उसे कार्यभार से दूर रखना चाहिए.
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खिलाड़ियों से लिया जाएगा फीडबैक
वहीं विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि खेलों में राजनीतिक हस्तक्षेप कम होना चाहिए. खेल एसोसिएशन और संघ में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को ही इन संघो में प्राथमिकता दी जानी चाहिए. इसे लेकर जल्द ही रोडमैप भी तैयार किया जाएगा. इसके लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी चर्चा हुई है. प्रदेश में खेल नीति किस तरह से होनी चाहिए इसे लेकर खिलाड़ियों से फीडबैक भी लिया जाएगा और उनके सुझाव भी लिए जाएंगे ताकि ओलंपिक में प्रदेश के खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर सकें और हिमाचल का नाम रोशन कर सकें.
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