Himachal Pradesh: धर्मशाला में शुरू होने जा रहा एशिया का पहला पैराग्लाइडिंग स्कूल, युवाओं को होगा फायदा
Himachal pradesh news: धर्मशाला के जिला कांगड़ा के बीड़ बिलिंग में अप्रैल माह में एशिया का पहला पैराग्लाइडिंग स्कूल शुरू होगा, जिसे बनाने में 12 करोड़ की धनराशि खर्च हो रही है. इसमें प्रशिक्षण लेने वाले पायलटों को प्रमाणपत्र जाएंगे.
विपन कुमार/धर्मशाला: जिला कांगड़ा के बीड़ में दुनिया की प्रसिद्ध पैराग्लाइडिंग साइट बीड़-बिलिंग में अप्रैल में एशिया का पहला पैराग्लाइडिंग स्कूल शुरू होगा. 12 करोड़ की लागत से निर्माण हो रहे नेशनल पैराग्लाइडिंग ट्रेनिंग स्कूल में पायलटों को अधिकारिक रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस स्कूल में दाखिला लेने वाले देश-विदेश के युवाओं को प्रशिक्षित पैराग्लाइडर पायलट आकाश में उड़ना सिखाएंगे.
युवा सरकारी दायरे में ले सकेंगे पैराग्लाइडिग का प्रशिक्षण
पैराग्लाइडिंग स्कूल शुरू होने से यहां के पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा और इस क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और ज्यादा पहचान मिलेगी. इस स्कूल के शुरू होने से देश-विदेश से पैराग्लाइडिग का शौक रखने वाले पैराग्लाइडर पायलट यहां सरकारी दायरे में पैराग्लाइडिग का प्रशिक्षण ले पाएंगे. यहां प्रशिक्षण लेने वाले पायलटों को बाकायदा प्रमाणपत्र भी दिए जाएंगे.
ये भी पढे़ं- The Kashmir Files को मिला 'दादा साहेब फाल्के पुरस्कार', जानें क्या होता है इस अवॉर्ड का महत्व?
पैराग्लाडिंग स्कूल में मिलेंगी ये सुविधा
प्रदेश के पहले पैराग्लाडिंग स्कूल में आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. इस संस्थान में गेस्ट फैकल्टी को ठहरने की व्यवस्था, कॉन्फ्रेंस हाल, क्लास रूम से लेकर तमाम सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी. यहां पैराग्लाइडिग से जुड़े कई प्रशिक्षण कोर्स शुरू होंगे. पायलट सोलो और टेंडम पैराग्लाइडिग का प्रशिक्षण ले पाएंगे. इसके अलावा यहां पैराग्लाइडिग रेस्क्यू से जुड़े कई कोर्स भी शुरू होंगे.
बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने कहा कि एशिया का पहला नेशनल पैराग्लाइडिंग स्कूल बीड़ में बन रहा है, जिसका निर्माण कार्य जोरों पर है. उन्होंने कहा कि इसका निर्माण कार्य मार्च में पूरा होने के आसार हैं. मार्च के आखिरी में या अप्रैल में मुख्यमंत्री द्वारा इसका उद्घाटन करवाया जाएगा.
युवाओं को होगा फायदा
अनुराग शर्मा ने कहा कि पूरे भारतवर्ष में पैराग्लाइडिंग कोचिंग के लिए कोई सरकारी संस्थान नहीं है. यह एशिया का पहला स्कूल होगा जहां देश- विदेश के लोग ट्रेनिंग लेंगे और उनका सर्टिफिकेशन भी किया जाएगा. सर्टिफिकेशन होने से वह अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में भी भाग ले सकेंगे. सर्टिफिकेशन लेकर युवा अपना स्वरोजगार भी चला सकते हैं.
ये भी पढ़ें- हिमाचल में साउथ एक्टर विजय देवरकोंडा ने फैंस के साथ गुजारी रात, बर्फबारी का उठाया लुत्फ
2015 में हुई थी नेशनल पैराग्लाइडिंग स्कूल की घोषणा
अनुराग ने कहा कि बीड़ में नेशनल पैराग्लाइडिंग स्कूल की घोषणा 2015 में पहले वर्ल्ड कप के समापन पर तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने की थी. इतने समय बाद अब स्कूल के लिए ग्राम पंचायत बीड़ में 14 कनाल जमीन दी है. इसके निमार्ण के लिए 12 करोड की राशि खर्च की जा रही है, जिसमें केंद्र सरकार की ओर से 9 करोड़ रुपये निर्माण के लिए और 3 करोड़ रुपये प्रदेश सरकार से उपकरणों के लिए दिए गए हैं.
WATCH LIVE TV