Himachal Pradesh Trekking Places: अगर आपको भी ट्रैकिगं करना पसंद है, तो हिमाचल प्रदेश के इन प्रसिद ट्रेकिगं स्थानों जरूर जाएं
देवभूमि कहा जाना वाला राज्य हिमाचल प्रदेश जितना प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है उतना ही यह अपने अदंर एडवेंचर को भी समेटे हुआ है.
खीरगंगा ट्रैक
खीरगंगा ट्रैक हिमाचल के कुल्लु जिले में स्थित सबसे रोमांचक ट्रैक्स में से एक है. पार्वती नदी के किनारे स्थित इस ट्रैक के रास्ते में विशालकाय पर्वत, गर्म पानी के चश्में व शुद प्राकृतिक हवा आपके मन को मोह लेगी. खीरगंगा में ट्रैकिगं करना का सबसे अच्छा समय अक्तूबर से जून के बीच है.
त्रिउन्द ट्रैक
त्रिउन्द ट्रैक हिमाचल प्रद्रेश के कांगड़ा घाटी में स्थित एक बेहद सुदंर जगह है. धर्मकोट के गालू मंदिर से ट्रैक की शुरुआत होती है और त्रिउन्द तक पहुंचने के लिए आपको 7-8 कि.मी. का सफर तय करना पडता है. भागसू फॉल, शिव कैफे से गुजर कर आप त्रिउन्द पहुचते हैं. ये ट्रैक सबसे चुनौतीपुर्ण व रोंंमाच से भरा होता है.
ब्यास कुंड ट्रैक
ब्यास कुंड हिमाचल प्रदेश के कुल्लू घाटी में स्थित एक पवित्र झील है जो ब्यास नदी का उदगम स्थल है. ब्यास कुंड ट्रैक के माध्यम से आप इस कुंड तक पहुचं सकते है. यह ट्रैक मनाली से 16 कि.मी. दूर सोलंग घाटी में जाकर समाप्त होता है. इसे हिमालय के ट्रैकों में से सबसे आसान ट्रैक माना जाता है.
लाका ग्लेशियर ट्रैक
लाका ग्लेशियर ट्रैक हिमाचल प्रदेश में स्थित प्रसिद्ध व लोकप्रिय ट्रैक है. जब आप इस ट्रैक पर होते है तो आपको बर्फ से ढके पहाड़, नदियां, प्रकृति की सौन्दर्यता आपके साहस को दुगुना कर देते है.
भृगु ट्रैक
भृगु झील ट्रैक हिमाचल प्रदेश में स्थित प्रसिद पर्यटन स्थल मनाली में स्थित हैं. इस झील का नाम भृगु ऋषि के नाम पर रखा गया है. इस ट्रैक को पार करने में आपको 4 दिन का समय लग सकता है. यह झील 14,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो अपने आप में आकर्षण का केद्रं है. ट्रेकिंग के दौरान आपके साथ देवदार के जंगल, ऊचें पहाड़ व प्रकृति का सुदंर दृश्य होगा जो आपके सफर को यादगार बना देगा.
हाम्ता पास ट्रैक
हाम्ता पास ट्रैक हिमाचल प्रदेश में लाहौल की चंद्रा घाटी और कुल्लु घाटी के मध्य स्थित है. हाम्ता पास ट्रैक का नाम हाम्ता गांव के नाम पर रखा है. जलप्रपात, लटकते हुए ग्लेशियर, वर्टिकल चट्टानी दीवारें, बुरांश वन, पाइनवुड, खुले मैदान और छोटी झीलें हाम्ता पास की खूबसूरती व आकर्षण को बढ़ा देती हैं. ट्रेकिगं के दौरान यहां के ग्लेशियर व नदियां नौसिखियों के लिए बहुत सी चुनौतीयां लाती हैं