चंडीगढ़- औषधीय गुणों से भरपूर कलौंजी का इस्तेमाल पुराने समय से ही कई बीमारियों के इलाज के तौर पर किया जा रहा है. इसे काला जीरा भी कहा जाता है. कलौंजी में आयरन, कैल्शियम, सोडियम, पोटैशियम और फाइबर पाए जाते हैं.


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कलौंजी में इतने गुण होते हैं कि यह मौत को छोड़ हर मर्ज की दवा हो सकता है. कलौंजी एक तरह का बीज है. इसे अंग्रेजी में Nigella Sativa कहते हैं. 


कलौंजी की इस किस्म को उत्तर प्रदेश में अधिक उगाया जाता है. इस किस्म के पौधे सामान्य ऊंचाई के होते है. जिनका प्रति हेक्टेयर उत्पादन 10 से 12 क्विंटल तक पाया जाता है. इस किस्म के पौधे बीज रोपाई के लगभग 140 से 150 दिन बाद पककर तैयार हो जाते हैं.


जीरा, अजवाइन और कलौंजी ऐसे मसाले हैं, जो काफी ज्यादा यूज  किए जाते हैं. लगभग हर किचन में आपको आसानी से मिल जाएगा. यह न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इससे आपके शरीर को कई फायदे होते हैँ. 


सुबह खाली पेट कलौंजी खाने से क्या होता है?


याददाश्त बढ़ाने में असरदार
ब्लड प्रेशर को करे नियंत्रित 
दांतों को बनाए मजबूत 
 ब्लड शुगर करे कंट्रोल
दिल को रखे स्वस्थ
अस्थमा में दिलाए राहत 
 वजन घटाने में असरदार 
सूजन को कर सकता है कम 
किडनी की करे सुरक्षा
कैंसर रोधी गुण


डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों के लिए कलौंजी का सेवन फायदेमंद माना जाता है. इसमें ब्लड शुगर को कम करने का गुण होता है. खाली पेट कलौंजी के बीजों के सेवन से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कम होगा. 
सुबह खाली पेट कलौंजी से तैयार ब्लैक टी का सेवन करें. किडनी स्टोन की समस्या में भी कलौंजी का सेवन फायदा पहुंचाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)