विजय भारद्वाज/बिलासपुर: अक्सर आपने सड़कों पर आवारा कुत्तों को घूमते हुए देखा होगा जो कई बार दुर्घटनाओं का शिकार भी हो जाते हैं या फिर किसी व्यक्ति पर हमला कर देते हैं. झुंड में रहकर लाचारों की तरह अपना जीवन बिताने वाले ये जानवर लावारिसों की तरह ही मर जाते हैं, लेकिन अब बिलासपुर जिला प्रशासन और नगर परिषद मिलकर आवारा व लावारिस कुत्तों को उचित व्यवस्था देने के लिए एक स्कीम चलाने जा रहा है, जिससे डॉग्स के आतंक से भी निजात मिल पाएगी. 


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शुरू की जाएगी 'डॉग एडॉप्शन स्कीम'
बता दें, बिलासपुर उपायुक्त पंकज राय इन लावारिस कुत्तों को आश्रय देने के लिए 'डॉग एडॉप्शन स्कीम' शुरू करने का मन बना चुके हैं, जिसे लेकर उन्होंने जिला के विभिन्न नगर परिषद अधिकारियों और पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की है.


डॉग्स की कराई जाएगी नसबंदी
गौरतलब है कि आवारा व लावारिस कुत्तों द्वारा किसी व्यक्ति और बच्चे पर हमला करने की कई घटनाएं सामने आती रहती हैं. ऐसे में इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा दो पहलुओं पर योजना तैयार की जा रही है, जिसके तहत पशुपालन विभाग द्वारा बड़े स्तर पर लावारिस कुत्तों की नसबंदी की जाएगी ताकि इनकी जनसंख्या को बढ़ने से रोका जा सके. इसके साथ ही बिलासपुर में व्यक्तिगत व सामुदायिक स्तर पर 'डॉग एडॉप्शन' योजना चलाई जाएगी. 


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डॉग्स को लिया जा सकेगा गोद
वहीं, अगर बात करें समुदाय स्तर की तो 'डॉग एडॉप्शन स्कीम' के तहत कोई संगठन, व्यापार मंडल, महिला मंडल और युवक मंडल इन लावारिस कुत्तों को गोद ले सकते हैं. यही नहीं आने वाले समय में शहर में डॉग एडॉप्शन के लिए सेंटर भी बनाए जाएंगे और आवारा कुत्तों को गोद लेने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा.


बिलासपुर उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि जिला के सभी नगर परिषद और नगर पंचायतों के चुने गए पार्षदों को आगामी जनरल हाउस में डॉग एडॉप्ट करने वाले लोगों को विशेष सुविधा देने की सलाह दी गई है, जिसमें डॉग्स के लिए नि:शुल्क पार्किंग स्लॉट, वार्षिक कचरा शुल्क से छूट, मुफ्त टीकाकरण जैसी कई तरह की सुविधाएं शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही भविष्य में आवारा व लावारिस डॉग एडॉप्शन के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए और बेहतर योजनाएं बनाने के सुझाव भी दिए हैं. वहीं उन्होंने बताया कि गोद लिए गए लावारिस कुत्तों को पशुपालन विभाग द्वारा रेबीज के टीके मुफ्त में दिए जाएंगे और समय-समय पर इन कुत्तों की स्वास्थ्य जांच भी की जाएगी. 


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शिमला में आयुक्त नगर निगम रहते हुए उन्होंने डॉग एडॉप्शन स्कीम को चलाया था, जिसके तहत शहर वासियों को आवारा व लावारिस डॉग्स को गोद लेने पर निशुल्क पार्किंग स्लॉट, वार्षिक कचरा शुल्क से छूट व मुक्त टीकाकरण की सुविधाएं दी गई थीं और शिमला शहर में 200 से अधिक आवारा डॉग को गोद लिया गया था.


वहीं उपायुक्त पंकज राय ने जिलावासियों से भी इस योजना को सफल बनाने में सहयोग करने की अपील की है ताकि बिलासपुर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों को आवारा व लावारिस कुत्तों से निजात मिल सके और उनकी सही देखभाल हो सके. वहीं, नगर परिषद बिलासपुर के अध्यक्ष कमलेंद्र कश्यप ने उपायुक्त पंकज राय की इस पहल में पूरी तरह से सहयोग करने व नगर परिषद द्वारा डॉग एडॉप्शन करने वाले लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं के मद्देनजर जल्द बैठक कर रिपोर्ट तैयार करने की बात कही है ताकि समय रहते इस मुहिम को सिरे चढ़ाया जा सके.


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