Delhi Air Pollution: नई दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है. घरों के बाहर लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है.  ऐसे में लोगों को दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से निजात पाने के लिए अधिक से अधिक मात्रा में पेड़-पौधे लगाने चाहिए. वहीं इलेक्ट्रिक वाहनों का ज्यादा उपयोग करना चाहिए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानकारी के अनुसार, अभी प्रदूषण सिर्फ 50 प्रतिशत देखने को मिल रही है, लेकिन दीपावली के बाद इसमें और इजाफा होगा. अभी ही सांस लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है. ऐसे में लोगों की यही अपील है कि दिल्ली सरकार को इस मुद्दे पर अच्छे से काम करना चाहिए. 


दिल्ली निवासी एक महिला ने बताया कि वायु प्रदूषण बहुत ज्यादा है. लगातार धूल-मिट्टी उड़ रही है. लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. लोगों को खांसी-जुकाम हो रहा है. बीमारी से बचने के लिए मास्क लगाकर चलना पड़ रहा है. बता दें कि सर्दियों के आते ही राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर भी अधिक होने लगता है. इसी क्रम में मंगलवार को सुबह 8.30 बजे तक दिल्ली का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 317 अंक दर्ज किया गया, जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है. 


बेहद गंभीर श्रेणी में दिल्ली की हवा!
केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार दिल्ली में मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 317 अंक पर बना हुआ है. दिल्ली एनसीआर के अलग-अलग स्थानों की बात करें तो शहर फरीदाबाद में 156, गुरुग्राम में 221, गाजियाबाद में 263, ग्रेटर नोएडा में 276 और नोएडा में 246 अंक दर्ज किया गया. 


चिंताजनक बात यह है कि राजधानी दिल्ली के अधिकांश और ज्यादातर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर 300 से ऊपर और 400 के बीच में बना हुआ है, जो बेहद खराब श्रेणी मानी जाती है.


जानें आज का AQI
बता दें, अलीपुर में 322, आनंद विहार में 385, अशोक विहार में 342, आया नगर में 316, बवाना में 350, बुराड़ी क्रॉसिंग में 340, डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में 314, द्वारका सेक्टर 8 में 324, आईजीआई एयरपोर्ट में 318, जहांगीरपुरी में 358, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 328, मंदिर मार्ग में 319, मुंडका में 365, नजफगढ़ में 316 और नरेला में 324 AQI बना हुआ है.