Friendship Day 2023: दुनिया में माता-पिता के बाद दोस्ती ही एक ऐसा रिश्ता है, जिसमें लोग खुश रह सकते हैं. दोस्ती के बिना जीवन अधूरा सा है. कुछ लोगों की दोस्ती ऐसी होती है कि जिसे किसी दूसरे रिश्ते की जरूरत ही नहीं पड़ती है. आप किसी भी परेशानी में हों तो सबसे पहले अपने किसी खास दोस्त से ही अपनी परेशानी शेयर करते हैं, क्योंकि कहीं न कहीं हर किसी को पता होता है कि कोई साथ दे या न दे दोस्त हमेशा आपका साथ देंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्यों मनाया जाता है 'फ्रेंडशिप डे' 
'फ्रेंडशिप डे' को लेकर एक कहानी काफी प्रचलित है जिसके अनुसार, सन् 1935 में अमेरिकी सरकार ने एक व्यक्ति को जान से मार दिया था, जिसकी खबर सुनकर उसके दोस्त ने भी सुसाइड कर लिया. उस समय दोस्ती की ऐसी मिसाल देखकर हर कोई हैरान था. बस यही सब देखकर अमेरिकी सरकार ने अगस्त से पहले रविवार को 'फ्रेंडशिप डे' के रूप में मनाने का ऐलान किया. रविवार को इसलिए क्योंकि जिस दिन उस व्यक्ति को मारा गया उस दिन अगस्त का पहला रविवार था. 


ये भी देखें- Friendship Day 2023: फ्रेंडशिप डे पर अपने दोस्तों को दें ये काम के गिफ्ट


कब पास हुआ 'फ्रेंडशिप डे' सेलिब्रेट करने का प्रस्ताव?
बता दें, 30 जुलाई 1958 को पराग्वे में अंतरराष्ट्रीय 'फ्रेंडशिप डे' सेलिब्रेट करने का प्रस्ताव पास हुआ था. इसके बाद 30 जुलाई को 2011 को संयुक्त राष्ट्र ने 'अंतरराष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे' मनाने की घोषणा कर दी थी. हालांकि अमेरिका, भारत और बांग्लादेश में 'फ्रेंडशिप डे' अगस्त के पहले रविवार को ही मनाया जाता है. 


ये भी पढे़ं- Nuh: कौन हैं IPS नरेंद्र बिजारनिया? अब नूंह एसपी के रूप में संभालेंगे कार्यभार


 


'फ्रेंडशिप डे' पर क्या करें?
'फ्रेंडशिप डे' मनाने का उद्देश्य अपने दोस्तों के प्रति ईमानदारी और भरोसा जाहिर करना है. इस दिन हम अपने दोस्तों को बताते हैं कि हम उनके प्रति और अपनी दोस्ती के प्रति कितने इमानदार हैं. 'फ्रेंडशिप डे' पर आप अपने दोस्तों के साथ घूमें-फिरें, इन्जॉय करें और साथ ही उन्हें वादा करें कि आप हर परेशानी में उनका साथ देंगे. 


दोस्ती के रिश्ते में एक-दूसरे के साथ मौज-मस्ती और एक-दूसरे के प्रति मान-सम्मान को देखते हुए 'फ्रेंडशिप डे' का प्रचलन दुनियाभर में बढ़ता गया है. आज हर कोई इस दिन को खास अंदाज में सेलिब्रेट भी करता है.   


WATCH LIVE TV