UP Hathras Stampede: हाथरस हादसे पर बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस के सरकारी अस्पताल में भगदड़ की घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने घायल लोगों को स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. वहीं, हाथरस भगदड़ दुर्घटना पर सीएम योगी ने हाथरस पुलिस लाइन में हालात का जायजा लिया. 



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जानकारी के लिए बता दें, कल यानी मंगलवार को हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ हुई. इस घटना में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई लोग घायल हैं.


वहीं, इसपर आज समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "यह बहुत दर्दनाक है. जिन परिवारों के सदस्यों की जान गई है. उन्हें दुख सहने की शक्ति मिले.  जो हादसा हुआ है यह सरकार की लापरवाही है. ऐसा नहीं है कि सरकार को इस कार्यक्रम की जानकारी न हो. जब कभी भी इस प्रकार के कार्यक्रम होते हैं, तो बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल होते हैं. 



इस लापरवाही से जो जानें गईं है उसकी ज़िम्मेदार सरकार है. कोई अगर अस्पताल पहुंच भी गया, तो उन्हें पर्याप्त इलाज नहीं मिल पाया. ना ऑक्सीजन, ना दवाई, ना इलाज मिल पाया. इसकी ज़िम्मेदार भाजपा है, जो बड़े-बड़े दावे करती है कि हम विश्वगुरु बन गए हैं. क्या अर्थव्यवस्था का मतलब यह है कि किसी आपातकाल स्थिति में आप लोगों का इलाज न कर पाएं?


वहीं, हाथरस की घटना पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "ये बहुत दु:खद घटना है. लोगों ने असामयिक समय में अपने परिवार को खोया है. भगवान उन सभी को शक्ति प्रदान करें, जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है और जो हताहत हुए हैं. उनको अपने चरणों में जगह दें.


इसके अलावा केंद्रीय राज्य मंत्री और RLD सांसद जयंत चौधरी ने कहा, "यह दुखद घटना है. एक बड़ा आयोजन हुआ और बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. मुख्यमंत्री से बात हुई है, प्रशासन लगातार मॉनिटर कर रहे हैं. मैं सभी से सहयोग की अपील करता हूं . सभी परिवारों के साथ हमारी संवेदना है और हम उनके साथ हैं."


हाथरस घटना पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, "घटना दु:खद है. पीएम मोदी ने कल अपने भाषण के दौरान बीच में ही शोक व्यक्त किया और जो भी भारत सरकार एवं राज्य सरकार से संभव होगा वो मदद दी जाएगी. किन कारणों से ये घटना घटी है. उसकी जांच की बात की गई है और जो इस घटना में शामिल होंगे उस पर कार्रवाई की जाएगी. सबको मुआवजा दिया जाएगा इसकी भी बात हुई है.



वहीं,  शिवसेना(UBT) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, यह दुखद है जिस तरीके से यह घटना घटी है. मैं उम्मीद करती हूं कि राज्य सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी. आयोजकों के साथ ही जो सत्संग करने वाले बाबा हैं उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए. आज कल हम देख रहे हैं कि लोगों की जान का कोई मोल नहीं है.


Hathras Satsang Hadsa: हाथरस में सत्संग में मचा भगदड़, लाशों की लगी ढेर!


इसके साथ ही शिवसेना(UBT) नेता संजय राउत ने कहा, यह दुखद घटना है और पूरे देश में इस प्रकार की घटनाएं घटती हैं. महाराष्ट्र के नवी मुंबई में दो साल पहले इसी प्रकार का सत्संग हुआ था, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी उपस्थित थे. उनके सामने भगदड़ मच गई, जिसमे 50 से ज़्यादा लोगों की मृत्यु हुई. इस सत्संग में किसी का नियंत्रण नहीं होता है।.ये बाबा-महाराज लोगों को बुलाते हैं और प्रशासन हाथ खड़े कर देता है.