विपन कुमार/धर्मशाला: हर साल देशभर में 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जाती है, जिसे राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस साल उनकी 161वीं जयंती मनाई गई. बता दें, स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 में हुआ था. विवेकानंद अपने आध्यात्मिक गुरु रामकृष्ण से शिक्षा प्राप्त कर अपने जीवन में आगे बढ़े. उन्होंने हमेशा अपने जीवन में जरूरतमंदों की मदद की. इतना ही नहीं उन्होंने 1893 में विश्व धर्म संसद में भारत का प्रतिनिधित्व किया. इस दौरान उनके भाषण ने वहां मौजूद सभी लोगों का दिल जीत लिया. 


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विवेकानंद ने ही रखी आज के भारत की नींव 
ऐसे में आज 12 जनवरी 2023 को विवेकानंद की 161वीं जयंती पर हिमाचल प्रदेश के पालमपुर शहर में पूर्व मुख्यमंत्री व विवेकानंद मेडिकल ट्रस्ट के अध्यक्ष ने पालमपुर विवेकानंद हॉस्पिटल में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और लोगों को उनकी जयंती की बधाई दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक और याद रखने वाला दिन है. स्वामी विवेकानंद आज के भारत की नींव रखने वाले थे. आज की पीढ़ी को कभी यह भूलना नहीं चाहिए कि आज के भारत की नीव स्वामी विवेकानंद ने ही रखी थी. 


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जल्द खोली जाएगी एक और संस्था
शांता कुमार ने कहा कि आज का दिन बड़ा महत्वपूर्ण दिन है. पालमपुर में ही स्वामी विवेकानंद के नाम से 2 संस्थाएं सफलतापूर्वक विवेकानंद हॉस्पिटल और विवेकानंद मेडिकल ट्रस्ट का कायाकल्प बहुत बढ़िया चल रहा है. उन्होंने कहा कि अब इसी साल में जल्द ही तीसरी संस्था विश्रांति शुरू हो जाएगी, जिसमें 100 लोगों के लिए सीनियर सिटीजन होम की व्यवस्था होगी. यह स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर एक सेवा केंद्र के रूप में कार्य करेगा. इतना ही नहीं जल्द ही शहीद कैप्टन सौरभ कालिया के नाम से एक नर्सिग कॉलेज की भी शुरुआत की जाएगी. 


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