Himachal Pradesh: नए साल की शुरुआत में दिल्ली की सड़कों पर कुछ ऐसा हुआ जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. निर्भया को इंसाफ मिले अभी कुछ ही समय बीता था कि एक और बेटी को तड़पा-तड़पाकर मार दिया गया. 31 दिसंबर की रात पूरा देश जहां नए साल का जश्न मना रहा था वहीं राजधानी की सड़कों पर एक लड़की को 13 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर तक कंकडी सड़कों पर कार के पहियों तले घसीटा जा रहा था. 


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जी हां हम बात कर रहे हैं दिल्ली के कंझावला केस की जहां दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में रहने वाली अंजली को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया. न सिर्फ अंजली बल्कि बीते साल 2022 में दिल्ली में लड़कियों के साथ और भी ऐसी कई घटनाएं हुईं जिनसे राजधानी सहम उठी, लेकिन अब देवभूमि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भी कुछ ऐसा हुआ है जिसके बारे में सुनकर हर कोई हैरान है. 


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शिमला में 22 साल की ज्योति ने की आत्महत्या 
दरअसल शिमला के कसुम्पटी क्षेत्र में 22 साल की ज्योति की मौत हो गई जो शिमला के ही पंथाघाटी क्षेत्र में एक BPO कंपनी काम करती थी. 
बताया जा रहा है कि जब वह हर दिन की तरह 4 दिसंबर की सुबह जब ऑफिस नहीं पहुंची तो उसके साथ काम करने वालों ने उसके कमरे में जाकर देखा तो लड़की फांसी के फंदे से लटकी मिली, जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई और उसे फंदे से उतारकर पास ही के अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC) भेज दिया गया है. 


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डिप्रेशन में थी ज्योति
हैरानी की बात यह है कि पुलिस को अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. बताया जा रहा कि मृतिका काफी समय से मानसिक तौर पर परेशानी थी, ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद उसने इसी वजह से यह कदम उठाया हो, लेकिन अभी तक मौत की असल वजह का पता नहीं चल पाया है. वहीं, इस मामले में ASP रमेश शर्मा ने कहा कि मृतिका के पास से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. फिलहाल शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है और इस मामले में गहराई से जांच की जा रही है.  


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