सोमी प्रकाश भुव्वेटा/चंबा: हिमाचल प्रदेश के चंबा से शुरू हुए ग्रामीण पर्यटन संगठन 'नॉट ऑन मैप' ने केरल के कुमारकोम में आयोजित पहली ग्लोबल रिस्पांसिबल टूरिज्म समिट में हिस्सा लिया. इसमें दुनिया के शीर्ष पर्यटन संगठनों के प्रतिनिधि, व्यावसायी, शोधकर्ता और जिम्मेदार पर्यटन के विशेषज्ञों ने अपने ज्ञान, अनुभव और विशेषज्ञता को सांझा किया. इस अवसर पर दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, श्रीलंका, इंग्लैंड, दक्षिण अमेरिका के चिली, ताइवान, पश्चिम अफ्रीका सहित करीब 15 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने विचार रखे.


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इन राज्यों ने लिया हिस्सा
वहीं, भारत से हिमाचल प्रदेश के अलावा केरल, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, नागालैंड, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के प्रतिनिधियों ने भी अपने अनुभव सांझा किए. समिट में 'नॉट ऑन मैप' के संस्थापक कुमार अनुभव ने अपने अनूठे जिम्मेदार पर्यटन मॉडल के बारे में बताया. इसमें सह-संस्थापक मनुज शर्मा भी प्रतिनिधि के तौर पर उपस्थित रहे.


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अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने हिमाचल का दौरा करने की कही बात
कुमार अनुभव ने बताया कि यह मॉडल ग्रामीण आजीविका के अवसर, समान और साझा अर्थव्यवस्था, सामाजिक-सांस्कृतिक संरक्षण और ग्रामीण सामुदायिक विकास पर केंद्रित है. इस दौरान सम्मेलन में मौजूद सभी प्रतिनिधि 'नॉट ऑन मैप' संस्था की ओर से तैयार किए गए जिम्मेदार पर्यटन से काफी प्रभावित हुए. इन अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों और भारत की राज्य सरकारों के अधिकारियों ने जल्द हिमाचल का दौरा करने की बात भी कही ताकि 'नोट ऑन मैप' के जिम्मेदार पर्यटन मॉडल को सीखा जा सके.


'नॉट ऑन मैप' कर रहा बेहतर कार्य
कुमार अनुभव ने बताया कि ग्लोबल रिस्पांसिबल टूरिज्म समिट में भाग लेते हुए विश्वभर के प्रतिनिधियों को 'नॉट ऑन मैप' संस्था की ओर से तैयार किए गए मॉडल के बारे में बताया गया, जिससे सभी प्रतिनिधि काफी प्रभावित हुए. संस्था की ओर से इस दिशा में लगातार बेहतर कार्य किया जा रहा है. 


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'नोट ऑन मैप' संस्था का उद्देश्य है पर्यटन को बढ़ावा देना
वहीं, 'नोट ऑन मैप' के सह संस्थापक मनुज शर्मा ने बताया कि संस्था अपने ग्रामीण समुदायों, होमस्टे मालिकों, टैक्सी ड्राइवरों, यात्रा हितधारकों और यात्रियों के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले हैं. उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन में सभी प्रतिनिधियों तक हम अपने मॉडल को लेकर गए, जिसे सराहना भी मिली. संस्था का उद्देश्य जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देना है.


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