विपन कुमार/धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड ने विद्युत उपभोक्ताओं के बिल की पेंडेंसी ज्यादा होने की वजह से इसकी वसूली के लिए मुहिम शुरू की है. बोर्ड को इस मुहिम में सफलता भी मिल रही है. इसी माह बोर्ड की ओर से 11 हजार के करीब टेम्परेरी डिस्कनेक्शन ऑर्डर यानी टीडीसीओ किया जा चुका है, जिसकी एवज में बोर्ड ने 10 करोड़ तक के पेंडिंग बिलों की भरपाई का लक्ष्य तय किया है.


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11 करोड़ रुपये की हुई वसूली
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड (आप्रेशन) नॉर्थ चीफ इंजीनियर ऑफिस धर्मशाला के अंतर्गत विद्युत बोर्ड की तीन जिलों कांगड़ा, चंबा और ऊना में करीब 75 करोड़ रुपये के बिलों की पेंडेंसी थी, जिस पर बोर्ड ने बिल उगाही की मुहिम शुरू की, जिसके चलते अब हर माह पेंडेंसी कम हो रही है. पिछले माह भी बोर्ड की ओर से तीन जिलों में 33 हजार टीडीएस किए गए थे, जिसके चलते लंबित बिलों के रूप में 11 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी.


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65 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रिक बिलों की होनी है वसूली
गौरतलब है कि जिला कांगड़ा, चंबा और ऊना में विद्युत बोर्ड के 9 लाख उपभोक्ता हैं, जिनसे 65 करोड़ रुपये के विद्युत बिल लिए जाने हैं. जिस तरह से बोर्ड ने बिल वसूली के लिए मुहिम शुरू की है, उससे बोर्ड को उम्मीद है कि लंबित बिलों का भुगतान जल्द हो जाएगा. इसी के साथ बोर्ड अधिकारियों द्वारा ऐसे उपभोक्ताओं से लगातार बिल भुगतान की अपील भी की जा रही है, जिनके बिल लंबे समय से पेंडिंग हैं. 


क्या कहते हैं विद्युत बोर्ड अधिकारी? 
विद्युत बोर्ड अधिकारियों की मानें तो उनका कहना है कि जब बोर्ड की हालात अच्छी होगी तभी उपभोक्ताओं को अच्छी सेवाएं मिलेंगी, लेकिन अगर बिल की भरपाई ही नहीं होगी तो बोर्ड में उपभोक्ताओं को अच्छी सुविधाएं देने में असमर्थ रहेगा. 


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