Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश एक ऐसी जगह है जो न सिर्फ सर्दियों में बल्कि हर सीजन में घूमने के लिए पर्यटकों की पहली पसंद बनता है. यहां हर सीजन में सैलानियों की अच्छी-खासी तादाद देखने को मिल जाती है, लेकिन इन दिनों यहां बारिश न होने का बुरा असर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में काफी समय से बारिश नहीं हुई है, जिसकी वजह से राज्य में रबी की फसल खराब हो रही है. 


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मटर, जौ और गेहूं पर पड़ा बुरा असर
राज्य के 5 जिलों में मंडी, हमीरपुर, बिलासपुर, सिरमौर और प्रदेश की राजधानी शिमला में करीब 35 फीसदी तक रबी की फसल बर्बाद हो चुकी है, जिसकी वजह से किसानों को 9,462 लाख रुपये तक का नुकसान हुआ है. बारिश ना होने का सबसे ज्यादा असर गेहूं. जौ और मटर की फसल पर पड़ा है. 


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हमीरपुर में हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
बता दें, प्रदेश के 10 जिलों में कुल 4,01,853 हेक्टेयर जमीन पर रबी की फसल की बिजाई की गई है. जिला हमीरपुर में सबसे ज्यादा 2857.78 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. हिमाचल के कृषि निदेशक डॉ. राजेश कौशिक ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के केवल दो जिलों लाहौल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर ज्यादातर जिलों में रबी की फसल को नुकसान हुआ है, जिसकी वजह से 9462.13 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि ये वो जगह हैं जो खेती के लिए पूरी तरह सिंचाई पर निर्भर हैं. 


इन जिलों में हुआ नुकसान
राजधानी शिमला में 1657.15 रुपये का नुकसान हुआ है. बिलासपुर में 775.78 लाख रुपये, हमीरपुर में 2857.78 लाख रुपये, सिरमौर में 822.17 लाख रुपये, सोलन में 849.29 लाख रुपये, कुल्लू में 61.96 लाख रुपये, चंबा में 229.38 लाख रुपये, कांगड़ा में 571.01 लाख रुपये, मंडी में 1544.00 लाख रुपये और ऊना 93.62 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.  


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