चंडीगढ़- अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए न जाने महिलाएं क्या कुछ नहीं करती. अनचाहे गर्भ से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों और कॉन्डम का इस्तेमाल करना तो आम बात हैं. 


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देश भर में गर्भनिरोधक गोलियों का बढ़ता उपयोग अनचाही गर्भधारण को रोकने में एक प्रमुख योगदान बन गया है. आंकड़ों से पता चलता है कि (NHFS) एनएफएचएस -5 (2019-20) के बीच में परिवार नियोजन के लिए आधुनिक गर्भ निरोधकों का उपयोग 47.8 प्रतिशत से बढ़कर 56.5 प्रतिशत हो गया है. 


अनचाही प्रेग्नेंसी रोकने वाली महिलाओं के लिए बाजार में कई तरह के बर्थ कंट्रोल पिल्स उपलब्ध है. हालांकि ये बर्थ कंट्रोल पिल्स अनचाहे गर्भ को रोकने में कारगर है लेकिन इसके साइड इफेक्टस भी काफी होते है. 


आमतोर पर बर्थ कंट्रोल पिल्स को पानी के साथ लिया जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ बर्थ कंट्रोल पिल्स ऐसी भी होती है जिसे पानी के बिना यानी चबाकर भी खाया जा सकता है. तो आइए आपको चबाकर खाने वाली बर्थ कंट्रोल पिल्स के बारे में बताते है. 


क्या होती है चबाकर खाने वाली बर्थ कंट्रोल पिल्स? 


ये एसी बर्थ कंट्रोल पिल्स होती है जिनका सेवन बिना पानी के किया जा सकता है. इन पिल्स में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन होने के कारण यह एग्स को ओवरी में इंप्लाट होने से रोकती है.


जिन महिलाओं को पिल्स पानी के साथ निगलने में दिक्कत होती है उनके लिए ये चबाकर खाने वाली पिल्स तैयार की गई है.


चबाने वाली बर्थ कंट्रोल पिल्स 2 प्रकार की होती है- एक जिन्हें चबाने की आवश्यकता होती है और दूसरी जिन्हें चबाया या निगला जा सकता है.  


चबाकर खाने वाली बर्थ कंट्रोल पिल्स के फायदे... 
जिन महिलाओं को पिल्स पानी के साथ निगलने में दिक्कत होती है उनके लिए ये चबाकर खाने वाली पिल्स काफी फायदेमंद  है. चबाकर खाने वाली बर्थ कंट्रोल पिल्स पीरियड के प्रवाह को हल्का करने और उस समय में होने वाली दर्द को कम करने में भी मदद करती है. 


चबाकर खाने वाली बर्थ कंट्रोल पिल्स के नुकसान 
चबाकर खाने वाली बर्थ कंट्रोल पिल्स हर किसी के लिए नही है. एक ओर कुछ महिलाओं को इन पिल्स का स्वाद पसंद नही आता है तो वहीं कुछ महिलाओं को पिल्स दांत में फंसने जैसी दिक्कत आती है. 


पारंपरिक बर्थ कंट्रोल पिल्स की तुलना में चबाकर खाने वाली बर्थ कंट्रोल पिल्स से भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. बहुत रेयर मामलों में यह पाया गया है कि हार्मोन के कारण ब्लड क्लॉटिंग या खून का थक्का जमने जैसी दिक्कत सामने आ सकती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE MEDIA इसकी पुष्टि नहीं करता है)