Illegal mining: हिमाचल प्रदेश में अवैध खनन करने वालों पर लगेगी लगाम, पुलिस प्रशासन कर बड़ा प्लान
हिमाचल प्रदेश का ऊना जिला अवैध खनन के लिए पंजाब व अन्य राज्यों में काफी जाना जाता है. ऊना की स्वान नदी में सबसे ज्यादा अवैध माइनिंग के मामले जिला प्रशासन द्वारा पकड़े जा रहे हैं.
राकेश मल्ही/ऊना: हिमाचल प्रदेश का ऊना जिला अवैध खनन के लिए पंजाब व अन्य राज्यों में काफी जाना जाता है. ऊना की स्वान नदी में सबसे ज्यादा अवैध माइनिंग के मामले जिला प्रशासन द्वारा पकड़े जा रहे हैं. हाल ही में ऊना पुलिस द्वारा बॉर्डर इलाके में रेत के लगे डंपरों पर दबिश देकर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने माइनिंग विभाग और रेवेन्यू विभाग की टीम के साथ मिलकर स्वान नदी के बॉर्डर इलाके में संतोषगढ़ टाहलीवाल और बाथरी में लगे रेत के अवैध डंपरों पर कार्रवाई की है.
जनवरी माह में 5 नए मामले किए गए दर्ज
एसपी अर्जित सेन ठाकुन ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 2 साल में पुलिस द्वारा अवैध माइनिंग के खिलाफ 18 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें 5 एफआईआर इस साल के जनवरी माह में ही दर्ज हुई हैं. पुलिस ने इसी माह 50 गाड़ियों को बाउन्ड भी किया है, जिनमें पोकलेन और जेसीबी मशीन टिपर भी शामिल हैं.
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एसपी ऊना का कहना है कि ऊना जिला का बॉर्डर एरिया पंजाब से सटा हुआ है. यहां अवैध माइनिंग का काम धड़ल्ले से होता है. ऐसे में पुलिस प्रशासन द्वारा समय-समय पर दबिश भी दी जा रही है ताकि तेजी से बढ़ रही अवैध माइनिंग पर लगाम लग सके. इसमें उन्हें काफी हद तक सफलता भी हाथ लग रही है.
4 एफआईआर इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट को की गईं रेफर
पुलिस प्रशासन का कहना है कि उन्होंने कुछ हॉटस्पॉट एरिया को मैपिंग किया हुआ है, क्योंकि स्वान नदी का एरिया 63 किलोमीटर लंबा है जिस पर गश्त और पेट्रोलिंग करने के लिए फोर्स की भी कमी है. ऐसे मे उन्होंने इस काम के लिए सरकार से ज्यादा मैन पावर की मांग की है. अधिकारियों की मानें तो अभी तक अवैध माइनिंग की जो 18 एफआईआर दर्ज की गई हैं उनमें से 4 एफआईआर इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट को रेफर कर दी गई हैं.
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ऐसे होती है रेत की अवैध माइनिंग
उन्होंने कहा है कि इन माफियाओं के तार पंजाब से भी जुड़े हो सकते हैं क्योंकि रेत की सबसे ज्यादा डिमांड पंजाब में है. इसलिए यह जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि रेत का कारोबार ट्रैक्टर के माध्यम से ज्यादा किया जा रहा है. स्वान नदी से रेत को ट्रैक्टर के माध्यम से डंपर तक पहुंचाया जाता है और फिर इसे बड़े-बड़े ट्रकों में भरकर आगे सप्लाई किया जाता है. इसी सब को देखते हुए पुलिस भी तेजी से कार्रवाई कर रही है.
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