Republic Day 2024: इस गणतंत्र दिवस पर क्या होगा खास, जानिए 26 जनवरी का इतिहास
गणतंत्र दिवस 2024 की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं. ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद, नए संविधान का ड्राफ्ट डॉ. बीआर अंबेडकर की अध्यक्षता में तैयार किया गया था और बाद में 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था.
गणतंत्र दिवस समारोह उत्सव में केंद्र बिंदु दिल्ली का राजपथ है, जहां भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना, पुलिस और अर्धसैनिक समूहों द्वारा प्रभावशाली परेड निकाली जाएगी.
परेड विजय चौक से कर्तव्य पथ तक होगी, परेड स्थल में लगभग 77,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी, जिसमें 42,000 आम जनता के लिए आरक्षित हैं.
सभी महिलाओं वाला त्रि-सेवा समूह पहली बार परेड में होगा शामिल. इस गणतंत्र दिवस परेड दल में सेना की सैन्य पुलिस की महिला सैनिकों के साथ-साथ अन्य दो सेवाओं की भी महिलाएं शामिल होंगी.
स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव भी इस वर्ष के गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेंगी. उहोंने पिछले जुलाई में पेरिस में हुई बैस्टिल डे परेड में मार्च किया था, वहां प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि थे.
इस गणतंत्र दिवस समारोह में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन मुख्य अतिथि हैं. साथ ही आपको बता दें फ्रांस के 95 सदस्यीय मार्चिंग दल, 33 सदस्यीय बैंड दल, दो राफेल लड़ाकू विमान और फ्रांस से एक एयरबस A330 मल्टी-रोल टैंकर परिवहन विमान भी समारोह में हिस्सा लेंगे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस में संस्कृति मंत्रालय द्वारा विभिन्न भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की साड़ियों का प्रदर्शन होगा, जिन्हें 'अनंत सूत्र' प्रदर्शनी में प्रस्तुत किया जाएगा. साथ ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की झांकी इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य भूमिका निभाएगी, जो चंद्रयान -3 मिशन की उपलब्धियों को प्रदर्शित करेगी.