बैतूल : हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में हुए भूस्खलन में मारे गए 9 लोगों में मध्य प्रदेश के बैतूल की रहने वाली प्रतीक्षा पाटिल (27) भी शामिल है. पढ़ाई में रही होनहार प्रतीक्षा स्पेन जाने वाली थी, लेकिन उससे पहले हिमाचल घूमने की इच्छा ने उसकी जिंदगी छीन ली.


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बताया गया है कि जिस वक्त हादसा हुआ, उस वक्त प्रतीक्षा अपनी मां से फोन पर वीडियो कॉल कर रही थी. प्रतीक्षा मां को हिमाचल की खूबसूरती दिखा रही थी, तभी संपर्क कट गया और उसके बाद घर वालों को प्रतीक्षा की मौत की खबर मिली. 


पाथाखेड़ा में रहने वाली प्रतीक्षा पाटिल ने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक और एमटेक की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद उसने डीएचएल मुंबई और पुणे में टीवीएस कंपनी में नौकरी की.


प्रतीक्षा नौकरी से इस्तीफा देकर उच्च शिक्षा के लिए स्पेन जाने वाली थी.उसके पिता सुनील पाटिल बैतूल के पाथाखेड़ा स्थित वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड में मैनेजर हैं.


मां ने किया था मना
प्रतीक्षा पाथाखेड़ा से नागपुर के लिए रवाना हुई थी. घर से जाते वक्त ही प्रतीक्षा ने अपनी मां से हिमाचल प्रदेश घूमने जाने की बात कही थी. हालांकि बारिश का मौसम होने की बात कहकर मां ने मना कर दिया था. इसके बाद प्रतीक्षा ने अपने पिता से घूमने जाने की इजाजत मांगी तो बेटी के विदेश जाने को देखते हुए पिता ने इसकी इजाजत दे दी थी.


परिवार वालों को क्या पता था कि वह अपनी बेटी को आखिरी बार देख रहे हैं. परिजनों के मुताबिक प्रतीक्षा को प्रकृति से इतना ज्यादा प्यार था कि चाहकर भी हम उसे हिमाचल प्रदेश जाने से नहीं रोक पाए.


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मरने वालों में कई राज्यों के लोग 
रविवार को प्रतीक्षा और अन्य पर्यटक एक वाहन में सफर कर रहे थे. इसी दौरान किन्नौर में बटसेरी इलाके में पहाड़ टूटकर वहां पर आ गिरा।


हादसे में राजस्थान के सीकर निवासी माया देवी बानयानी, उनका बेटा अनुराग बानयानी और बेटी रिचा बानयानी, प्रतीक्षा पाटिल, दिल्ली निवासी ड्राइवर उमराब सिंह, दीपा शर्मा और छत्तीसगढ़ निवासी अमोघ बापट, सतीश कातकबर समेत 9 लोग मारे गए.


इनके अलावा दिल्ली निवासी शिरिल ऑबरोय, मोहाली निवासी नवीन भारद्वाज और किन्नौर निवासी रंजीत सिंह घायल हुए हैं.