चंडीगढ़- जिस तरह एक सैनिक देश की रक्षा करता है. उसी तरह डॉकटर हमारे स्वास्थ की रक्षा करता है. डॉकटरों को हमारे समाज में एक उच्च दर्जा दिया गया है. उन्हे जीवन उद्धारकर्ता माना जाता है. 


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हाल ही में कोरोना महामारी के दौरान दुनिया भर के डॉकटर्स ने अपनी जान की परवाह किए बिना पीड़ितों का इलाज किया. डॉकटर्स के इसी योगदान और बलिदान के सम्मान में दुनिया भर में अलग-अलग तारीख को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है. 



कब मनाया जाता है डॉक्टर्स डे? 
भारत में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा  'राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस’ यानी  डॉकटर्स डे 1 जुलाई को मनाया जाता है. इस तिथि को डॉ बिधान चंद्र की जयंती के रूप में चुना गया था.


 


डॉक्टर्स डे का इतिहास
भारत में, राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पहली बार 1 जुलाई 1991 को डॉ. बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में, स्वास्थ्य क्षेत्र में उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया गया था. उन्होंने लोगों के लिए अपने जीवन का योगदान दिया, कई लोगों का इलाज किया और लाखों लोगों को प्रेरित किया. 
इसके अलावा, वह महात्मा गांधी के निजी चिकित्सक भी थे. वर्ष 1976 में, चिकित्सा, विज्ञान, सार्वजनिक मामलों, दर्शन, कला और साहित्य के क्षेत्रों में काम करने वाले प्रतिष्ठित व्यक्ति को पहचानने के लिए उनकी स्मृति में बीसी रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार की स्थापना की गई थी. 


 


राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2022 थीम
हर साल, राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस का उत्सव एक समर्पित विषय पर केंद्रित होता है जो हमें एक समान और समकालिक संचार में मदद करता है .इस बार राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2022 की थीम ‘फ्रंट लाइन पर पारिवारिक डॉकटर है’.