बैठे-बैठे पैर मत हिलाया करो, पीछे से मत टोका करो, ओहो कांच टूट गया... ऐसे और विश्वासों के बारे में जानें दिलचस्प बातें
Rajan Nath
Jun 13, 2023
'पीछे से मत टोका करो'
जब कोई घर से निकल रहा हो तो उसको यह पूछकर टोकना कि कहा जा रहे हो, अपशगुन माना जाता है. कहा जाता है कि ऐसा करने से जिस काम से बाहर जाना हो वो खराब हो जाता है.
'ओहो कांच टूट गया'
कुछ संस्क्रितियों में इसे शुभ माना जाता है और कुछ में अपशगुन. भारत में यह अपशगुन माना जाता है खास कर किसी शुभ काम से पहले.
'अभी क्यों छींक दिया?'
घर से निकलने से पहले छींकना भी अपशगुन माना जाता है और छीक आने पर बोला जाता है कि बैठकर पानी पीना चाहिए वरना काम बिगड़ जाएगा.
'रात में नाखून नहीं काटते!'
इसके पीछे यह कारण है कि नाखुन काटने के बाद सफ़ाई करनी होती है और कहा जाता है कि सूरज ढलने के बाद घर में झाड़ू नहीं मारना चाहिए क्योंकि लक्ष्मी चली जाती है.
बैठे-बैठे पैर मत हिलाओ!'
कई लोग बैठे-बैठे पैर हिलाते रहते हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह आदत समस्याओं को निमंत्रण देती है और दूसरा कारण बताया जाता है कि माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.
'चप्पल उलटी मत छोड़ना!'
घर के आगे या घर में उल्टा चप्पल और जूता रखने से घर में झगड़ा उत्पन्न होता है.
अरे यार! बिल्ली ने रास्ता काट दिया!
अगर बिल्ली रास्ता काट दे तो लोग ठहर जाते हैं और इंतजार करते हैं जब तक कोई दूसरा व्यक्ति आगे नहीं निकल जाता क्योंकि इसे अपशगुन माना जाता है. ऐसे में कुछ लोग थूक फेंक देते हैं और कुछ समय रुक कर रास्ता पार करते हैं.