कहा जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान पितृ धरती पर आकर भ्रमण करते हैं. इस समय पितरों की सेवा करने से वे प्रसन्न होते हैं.

user Poonam
user Sep 30, 2023

पितृ पक्ष के दौरान किसी भी शुभ कार्य पर रोक होती है. इस पक्ष में कोई भी पुण्य कार्य करने से पितर नाराज हो जाते हैं.

पितृ पक्ष में सरसों का तेल नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि सरसों का तेल शनि का प्रतीक माना जाता है.

पितृ पक्ष में सत्तू भी नहीं खाना चाहिए, क्योंकि सत्तू चने से बना होता है और पितृ पक्ष में चना खाना वर्जित होता है.

पितृ पक्ष में झाड़ू भी नहीं खरीदनी चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, झाड़ू माता लक्ष्मी का प्रतीक होती है, इसलिए पितृ पक्ष में झाड़ू खरीदने से धन हानि हो सकती है.

धार्मिक शास्त्रों में नमक को तीक्ष्ण माना गया है, यानी एक ऐसी वस्तु जो तेज-तर्रार और नुकीली होती है, इसलिए पितृ पक्ष में नमक खरीदने पर मनाही होती है.

पितृ पक्ष में कांच की वस्तुएं खरीदना वर्जित होता है. चाहे वो शीशा हो, कांच के बर्तन हों या कांच से बनी कोई भी वस्तु पितृ पक्ष में नहीं खरीदनी चाहिए.

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