शारदीय नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. यह मां दुर्गा का पहला अवतार हैं, जिन्हें सती, भवानी, पार्वती और हेमवती के नाम से भी जाना जाता है. इन्हें खुशहाली, सफलता और उत्साह का प्रतीक माना जाता है.

Poonam
Oct 07, 2023

शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मां दुर्गा के दूसरे अवतार मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. इन्हें पवित्रता और शांति का प्रतीक माना जाता है.

शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. इनकी सवारी एक बाघिन है. मां चंद्रघंटा के दस हाथ और तीन आंखें है. मां चंद्रघंटा को लाल रंग पसंद है.

नवरात्र के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा होती है. मां कूष्मांडा को अष्टभुजा के नाम भी जाता है. इन्हें शाही नीला रंग पसंद है जो समृद्धि का प्रतीक होता है.

नवरात्र के पांचवे दिन मां दुर्गा के पांचवे अवतार मां स्कंदमाता की पूजा का महत्व है. इन्हें अग्नि की देवी भी कहा जाता है. मां स्कंदमाता को पीला रंग पसंद है.

शारदीय नवरात्र के छठे दिन मां दुर्गा के छठे अवतार मां कात्यायनी की पूजा होती है. मां कात्यायनी की सवारी शेर है. इन्हें हरा रंग बहुत है.

शारदीय नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है जो मां दुर्गा का सांतवा अवतार हैं. मां कालरात्रि की सवारी गधा है. इन्हें ग्रे रंग पसंद है.

शारदीय नवरात्र के आठवें दिन महागौरी की पूजा की जाती है. इस दिन को दुर्गाष्टमी कहा जाता है. महागौरी मां दुर्गा का आठवां अवतार हैं. इनकी चार भुजाएं हैं और इन्हें बैंगनी रंग पसंद है.

शारदीय नवरात्र के नवे यानी आखिरी दिन मां दुर्गा के नवें अवतार मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. इन्हें हरा रंग अति प्रिय है.

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