NEET Row: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि एजेंसी ने 1,563 से ज़्यादा उम्मीदवारों के नतीजों का दोबारा एवैलुएशन करने के लिए एक समिति गठित की है. यह वह स्टूडेंट्स हैं जो NEET UG 2024 में शामिल हुए थे और उन्हें "ग्रेस मार्क्स" दिए गए थे.  अब इस मसले में एजुकेशन मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान का बयान आया है.


दोबारा एग्जाम देने का विकल्प


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इसके अलावा, एनटीए ने इन उम्मीदवारों के स्कोरकार्ड रद्द करने का फैसला किया है. इन छात्रों को अब दोबारा परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा. एजेंसी ने 23 जून को दोबारा परीक्षा निर्धारित की है और कहा है कि वह 30 जून से पहले परिणाम घोषित करेगी.


एजुकेशन मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने क्या कहा?


शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने छात्रों को आश्वासन दिया कि सरकार और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी दोनों सुप्रीम कोर्ट की हालिया सुनवाई के मद्देनजर NEET UG परीक्षा देने वाले सभी उम्मीदवारों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. धर्मेंद्र प्रधान कहते हैं,"मैं छात्रों और उनके अभिभावकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत सरकार और एनटीए उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. 24 लाख छात्रों ने सफलतापूर्वक NEET परीक्षा दी है. कोई पेपर लीक नहीं हुआ है, अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है. लगभग 1560 छात्रों के लिए अदालत के जरिए अनुशंसित मॉडल अपनाया गया था और इसके लिए शिक्षाविदों का एक पैनल बनाया गया है... हम अदालत के फैसले को स्वीकार करेंगे."


धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि NEET परीक्षा को लेकर कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. सरकार अदालत को जवाब देने के लिए तैयार है. एनटीए के जरिए 5 मई को 4,750 केंद्रों पर लगभग 24 लाख छात्रों के लिए आयोजित की गई परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने और कई उम्मीदवारों को अनुचित ग्रेस अंक दिए जाने के कई आरोप लगे हैं.