Aziz Qureshi: नेहरु के वारिस पर उठाया सवाल, जिन्ना को बताते थे सबसे बड़ा देशभक्त; ऐसे थे कुरैशी
Aziz Qureshi News: अजीज कुरैशी का आज यानी 1 मार्च को इंतकाल हो गया है. उन्होंने 83 साल की उम्र में आखिरी सांस ली है. उनका जन्म 24 अप्रैल 1941 में मध्य प्रदेश के भोपाल में हुआ था. उनका जन्म एक राजनीतिक परिवार में हुआ था. वह राजनीति में काफी सक्रिय रहे, इस बीच उन्होंने काफी विवादित बयान भी दिया.
Aziz Qureshi News: पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी का आज यानी 1 मार्च को इंतकाल हो गया है. उन्होंने 83 साल की उम्र में आखिरी सांस ली है. वह उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मिजरोम के राज्यपाल रह चुके हैं. उनकी मौत पर राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है.
अजीज कुरैशी का जन्म 24 अप्रैल 1941 में मध्य प्रदेश के भोपाल में हुआ था. उनका जन्म एक राजनीतिक परिवार में हुआ था. जिसकी वजह से वो राजनीति में अपना पैर जमाया. साल 1973 में मध्य सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया. इसके बाद साल 1984 और 1989 में मध्य प्रदेश के सतना जिले से लोकसभा सांसद चुने गए थे.
पार्टी में काफी सक्रिय थे. कुरैशी साल 2012 से 2015 तक उत्तराखंड के राज्यपाल रहे, जहां उन्हें साल 2014 में एक महीने के लिए उत्तर प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. फिर वो साल 2015 मिजोरम के 15वें राज्यपाल बने. इसके साथ ही कमलनाथ की अगुआई वाली मध्य प्रदेश सरकार ने उन्हें 24 जनवरी 2020 में राज्य की उर्दू अकादमी का अध्यक्ष बनाया था.
विवादित बयानों से है पुराना नाता
दरअसल, पूर्व राज्यपाल अपने बायनों के लिए जाने जाते थे. उनका विवादित बयानों से पुराना नाता रहा है. वो हमेशा कुछ ऐसा बयान देते थे, जिससे भारतीय राजनीति में हलचल पैदा हो जाती थी. पूर्व राज्यपाल कुरैशी कभी बीजेपी पर हमला करते थे, तो कभी अपनी पार्टी कांग्रेस को निशाना पर लेते थे.
22 करोंड़ मुस्लिम मर जाएं तो कोई हर्ज नहीं
उन्होंने मध्य प्रदेश के विदिशा में एक विवादित बयान दिया था. पूर्व गवर्नर अजीज कुरैशी ने कहा था, "नेहरू के वारिस कांग्रेस के लोग आज मजहबी यात्राएं निकालते हैं, नर्मदा मैया और गंगा मैया की जय बोलते हैं, ये शर्म करने और डूब मरने की बात है." इसके साथ ही उन्होंने कहा था, "मुझे कांग्रेस से निकालना हो, तो निकाल देना, लेकिन कांग्रेस पार्टी दफ्तर में मूर्तियां बिठाना डूब मरने की बात है. मुसलमान किसी भी पार्टी का गुलाम नहीं है. उसे नौकरी नहीं मिलती है. नेवी, पुलिस, सेना, में आप लेते नहीं तो फिर मुसलमान आपको वोट क्यों दे. 22 करोड़ मुसलमान में से अगर एक दो करोड़ मर भी जाएं तो कोई हर्ज नहीं है."
'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर बोला था हमला
बीते साल 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म रिलीज हुई थी, उस वक्त उन्होंने कहा था, "यह फिल्म मुसलमानों का कत्लेआम कराने की साजिश है, क्योंकि वहां पर 50 हजार मुसलमान मारे गए, दहशतगर्दों ने उन्हें मारा, लेकिन उन्हें फिल्म में नहीं दिखाया गया."
मोहम्मद अली जिन्नाह को बताया था सबसे बड़ा देशभक्त
उत्तर प्रदेश विधानसभा इलेक्शन से पहले अजीज कुरैशी ने पाकिस्तान के कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्नाह को सबसे बड़ा देशभक्त बताया था. उन्होंने कहा था, "जिन्ना का नाम लेना कोई अपराध नहीं है और AMU में जिन्ना की बड़ी तस्वीर लगनी चाहिए. पूर्व राज्यपाल ने कहा था, "अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से फोटो, क्यों हटा लेनी चाहिए? मैं तो कहता हूं कि बड़ा करके लगाना चाहिए. मुझमें हिम्मत है ये कहने की, ये बुजदिलों का काम है. मुस्लिमों की वजह से ही अलीगढ़ यूनिवर्सिटी को लेकर विवाद होता है."